ठेकों में देंगे आरक्षण : जीतन राम मांझी

बेतिया के गौनाहा में थारुओं के बीच बोले मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी गौनाहा (बेतिया) : मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि 50 लाख तक के ठेकों में आरक्षण दिया जायेगा. अभी जो लोग ठेके का काम कर रहे हैं, वो लगातार अमीर होते जा रहे हैं. अच्छा काम नहीं करते हैं. इसलिए हमारी सरकार ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 9, 2015 7:53 AM
बेतिया के गौनाहा में थारुओं के बीच बोले मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी
गौनाहा (बेतिया) : मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने कहा कि 50 लाख तक के ठेकों में आरक्षण दिया जायेगा. अभी जो लोग ठेके का काम कर रहे हैं, वो लगातार अमीर होते जा रहे हैं. अच्छा काम नहीं करते हैं.
इसलिए हमारी सरकार ने ठेकों में आरक्षण का फैसला लिया है. मुख्यमंत्री गौनाहा के बेलसंडी राज्य संपोषित उच्चतर माध्यमकि विद्यालय में अखिल भारतीय थारू महासंघ के 38वें वार्षिक सम्मेलन के उद्घाटन समारोह में बोल रहे थे.
बेतिया में होगी सुनवाई. मुख्यमंत्री ने कहा, गोलीकांड में जो लोग मारे गये थे, उनके परिजनों को अभी पांच लाख रुपये की सहायता मिली है. केस चल रहा है. फैसला आने के बाद उन्हे 2.50 लाख रुपये और मिलेंगे.
अभी गोलीकांड की सुनवाई पटना में होती है, जहां यहां से लोग जा नहीं पाते हैं. इसलिए मैं मंच से ही संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश देता हूं, आगे से इसकी सुनवाई बेतिया में होगी. इसकी व्यवस्था करें, क्योंकि ये राज्य का सुदूरवर्ती इलाका है. यहां मुङो हेलीकॉप्टर से आने में एक घंटा लग गया, तो यहां से अनपढ़ लोगों को पटना जाने में एक दिन लग जायेगा, वो भी मोटर-गाड़ी के जरिये. ऐसे में पटना में सही तरीके से सुनवाई नहीं हो सकती है.
वाल्मिकीनगर में करेंगे बैठक
मुख्यमंत्री ने कहा, हम जल्दी ही मंत्रिमंडल के साथियों व अधिकारियों के साथ वाल्मिकीनगर आयेंगे. वहां पहले एक दिन आप लोगों की समस्याएं सुनेंगे. उसके अगले दिन मंत्रिमंडल की बैठक करेंगे. उसमें आपकी सभी समस्याओं का समाधान किया जायेगा. हम वो करने जा रहे हैं, जो पिछले 68 सालों में नहीं हुआ है.
थरुहट में रहनेवाले हमारे आदिवासी भाई-बहनों के लिए थरुहट विकास प्राधिकरण बना है, जिसमें तीन एसटी सदस्य हैं, जिनकी संख्या हम बढ़ा कर छह करने जा रहे हैं. हमें आप लोग अभी तीन नाम दे दीजिये, ताकि उन्हें सदस्य बनाया जा सके.
ट्रांसफर क्यों नहीं किया?
मुख्यमंत्री ने कहा, हम लगभग डेढ़ माह पहले वाल्मिकीनगर क्षेत्र में आये थे. उस दौरान आदिवासी भाई-बहनों को परेशान करनेवाले वन विभाग के अधिकारियों का तबादले का निर्देश हमने दिया था, लेकिन हमको जानकारी मिली है. अभी तक तबादला नहीं हुआ है. ऐसा क्यों हुआ है, क्या फाइल भैंसा गाड़ी से चल रही है, जो अभी तक हमारे पास नहीं पहुंची. हम अपने प्रधान सचिव को निर्देश देते हैं, कल ही हमारे सामने फाइल लायें. हमने फैसला लिया है. अन्य जो भी वन अधिकारी लंबे समय से जमे हैं, हम सभी के स्थानांतरण का निर्देश देते हैं.
आशा न हो निराश
मुख्यमंत्री ने अमीन, पुलिस मित्र व आशा कार्यकर्ताओं का जिक्र किया. उन्होंने कहा, यहां अमीनों को क्यों हटाया जा रहा है. हम अमीनों की भर्ती करने जा रहा है. अगर यहां के अमीनों को हटाया गया है, तो भर्ती में उनकी नियुक्ति की जाये. ऐसे ही पुलिस मित्र ने काम किया है. उनको हटाया गया है. हमारे सामने विचार के लिए इनका भी प्रस्ताव आया है. हम किसी को हटाना नहीं चाहते हैं. पुलिस मित्रों की सेवा भी ली जायेगी. साथ ही मुख्यमंत्री ने आशा कार्यकर्ताओं का जिक्र किया. उन्होंने कहा, आशा बहुत काम करती हैं. हम उन्हें निराश नहीं होने देंगे. हम कोई न कोई रास्ता निकालेंगे. बस हमारे पास पैसे की कमी है. हम अपने आंतरिक संसाधनों को बढ़ा रहे हैं. सब की मांग पर संवेदनशील होकर विचार कर रहे हैं, किसी को हमने अब तक न नहीं कहा है.
दो और कला मंच बनायेंगे
मुख्यमंत्री ने कहा, यहां हमसे लोगों ने कला मंच की बात कही. मुङो जैसा ज्ञात हुआ है, पहले से 25-25 लाख की मदद से दो कलामंच हरनाटांड़ व सेमरी में बन रहे हैं. हम बेलसंडी व गोबरहिया में दो और कलामंच बनाने की घोषणा करते हैं. उनके लिए 25-25 लाख रुपये स्वीकृत करते हैं. मुख्यमंत्री ने कहा, हमारे सामने यहां के स्कलों में शौचालय नहीं होने की बात सामने आयी है. हम डीएम को निर्देश देते हैं कि जल्दी से जल्दी वो सभी स्कूलों में शौचालय निर्माण करवायेंगे. वाल्मिकीनगर में जब बैठक होगी, तब हमारी नजर इस पर भी रहेगी.
आपका भाई-भतीजा है मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री ने अपने अंदाज में लोगों को शराब नहीं पीने की नसीहत दी, जो लोग शराब पीते हैं. उन्हें शराब छोड़ने को कहा. सीएम ने कहा, हमारे परिवार में भी पिता शराब पीते थे, लेकिन हम लोगों के कहने पर छोड़े. आज आपका भाई-भतीजा के रूप में हम मुख्यमंत्री हैं. गरीब का बेटा भी मुख्यमंत्री-प्रधानमंत्री बन सकता है. आइएएस-आइपीएस बन सकता है, लेकिन इसके लिए मेहनत करने की जरूरत है. उद्घाटन समारोह की अध्यक्ष थारू महासंघ के अध्यक्ष प्रेम नारायण गढ़वाल ने की, जबकि संचालन महासंघ के सदस्य वाल्मिकी प्रसाद ने किया. इस मौके पर स्थानीय विधायकों के साथ मंत्री वृषिण पटेल व विनय बिहारी भी मौजूद थे.
खत्म करेंगे थारुओं के जंगल संबंधी केस
मुख्यमंत्री ने कहा, हमें इस बात की सूचना मिली है, यहां के वन अधिकार सीधे-साधे आदिवासी भाई-बहनों को जंगल कानून का हवाला देकर जेल में डाल देते हैं. ऐसा मैंने गया में भी देखा था. यहां के हालात भी वैसे ही हैं, जो बड़का लोग है, वो ट्रकों से कीमती लकड़ी ले जाता है, उसका कुछ नहीं होता, जो हमारा भाई-भतीजा जलावन की लकड़ी लाता है, तो उसे केस में फंसा दिया जाता है. हम ऐसे सब केस खत्म करेंगे.
इसके लिए स्पेशल कदम उठाना पड़ेगा, तो हम लोग उठायेंगे.
तुरंत करें तबादला
मुख्यमंत्री ने कहा, प्रदेश के 13 जिलों में वनाधिकार कानून लागू है, लेकिन उसको लेकर हम लोगों के पास जिस तरह की शिकायतें आती हैं, उससे लगता है कि काम नहीं हो रहा है. वन क्षेत्र में रहनेवाले लोगों को जमीन देने का प्रावधान है, लेकिन लोगों को जमीन नहीं मिली है.
जिन लोगों को जमीन नहीं मिली है, उनके लिए हम डीएम को निर्देश देते हैं कि इस मामले को तुरंत देखें.
हम जानते, जीतन नहीं होगा अगला सीएम
मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा, हमें पता है कि हम प्रदेश के अगले मुख्यमंत्री नहीं होंगे, लेकिन इस मंच से हम ये बात कह रहे हैं, कोई गरीब का बेटा ही अगला मुख्यमंत्री होगा, जो महादलित समाज से होगा.
मुख्यमंत्री ने कहा, हमें इस बात की चिंता नहीं है. हम सीएम बनते हैं या नहीं, लेकिन हमारे महादलित भाई-बहनों का काम होना चाहिए, जो सिलसिला पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शुरू किया, वो रुकना नहीं चाहिए. मुख्यमंत्री ने पूर्व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की जम कर बढ़ाई की.
थरुहट प्राधिकार को एक सौ करोड़ देंगे
मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने कहा, हम थरुहट का विकास करना चाहते हैं. पहले से यहां थरुहट विकास प्राधिकरण बना है, जिसे चालू वित्तीय वर्ष में 24 करोड़ रुपया मिला है. इससे पहले चार साल में बीस करोड़ रुपये मिले थे, लेकिन हमने अलगे वित्तीय वर्ष में एक सौ करोड़ रुपये देने का फैसला लिया है. इसका प्रावधान हम बजट में करेंगे.

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