बेतियाः गांव में बिजली के पोल लगे हैं. तार भी बिछा है. लेकिन विद्युत आपूर्ति नहीं की गयी है. किसी भी व्यक्ति के घर में बिजली जली नहीं और आ गया बिल. चनपटिया प्रखंड के पोखरिया पंचायत के मेहदिया, बहुअरवा गांव के सैकड़ों उपभोक्ताओं के साथ बिजली विभाग ने इस तरह का खेल खेला है.
इसके विरोध में मंगलवार को सैकड़ों उपभोक्ता बिजली विभाग के कार्यालय में पहुंचे. हालांकि ये उपभोक्ता पिछले कई दिनों से दफ्तर का चक्कर लगा रहे थे. लेकिन कोई ठोस जवाब नहीं मिल रहा था. इस वजह से आक्रोशित उपभोक्ताओं ने जम कर हंगामा किया. प्रदर्शनकारी रामधारी महतो, रामनरेश महतो, नकछेद महतो, बंधू महतो, अजरुन महतो, संहू महतो, नरसिंह राम आदि ने आरोप लगाया कि बिजली जला नहीं है. करीब 4 हजार का बिल प्रत्येक व्यक्ति को आ गया है. हालांकि ये सभी उपभोक्ता बीपीएल धारी हैं. इनकी आर्थिक स्थिति भी इस लायक नहीं है कि बिल जमा कर पायें. कुल 78 उपभोक्ताओं की एक सूची भी कार्यपालक अभियंता को सौंपी गयी. जिनके घरों में बिजली नहीं जली है ओर बिल आ गया है.
तार लगा न पोल और आ गया बिल
नौतन प्रखंड के ग्राम पंचायत राज जमुनिया में एनएचपीसी के अधिकारियों की गलती का खामियाजा लोग भुगत रहे हैं. पंचायत के वार्ड संख्या पांच में महादलित और दलित परिवार के लोग बसते हैं. सभी बीपीएलधारी है. वर्ष 2008 में इस गांव में एनएचपीसी की ओर से विद्युतीकरण किया गया. पोल और तार तो नहीं बिछाये गये. लेकिन गरीब महादलितों को झूठा प्रलोभन देकर उनके घरों में मीटर लगा दिया गया.
घरों में बिजली जली नहीं, लेकिन बिल आ गया. इसको लेकर मंगलवार उपभोक्ताओं का एक शिष्टमंडल कार्यपालक अभियंता से मिला और अपनी व्यथा बताया. ग्रामीणों ने कहा कि एनएचपी वाले बोले थे कि पहले घरों में कनेक्शन दिया जायेगा. फिर पोल और तार बिछाये जायेंगे. बगैर बिजली आपूर्ति किये एक साजिश के तहत गरीबों को परेशान करने की नीयत से बिल भेजा गया हैं. शिष्टमंडल में भोला राम, संजय राम, गुड्डू राम, जयराम साह समेत अन्य शामिल थे.
जांच में फर्जी निकला बिल
स्थानीय नगर के उत्तरवारी पोखरा निवासी राजेंद्र प्रसाद यादव के साथ भी बिजली विभाग के अधिकारियों ने फरेब किया था. घर में कनेक्शन के लिए मीटर लगा नहीं और 19 हजार रुपये का बिल भेज दिया.
जब उन्होंने इसकी शिकायत बिजली विभाग के कार्यपालक अभियंता से की तो वे जांच के आदेश दिये. कनीय अभियंता ने जांच की. जांच में अभियंता ने स्थल का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान उपभोक्ता संख्या 18242 के घर एवं परिसर में कोई बिजली कनेक्शन नहीं है. कनीय अभियंता ने इस आशय का रिपोर्ट सहायक अभियंता को भेजा है. ऐसे में बिल फर्जी निकल गया.
अधिकारी बोले
कार्यपालक अभियंता ने कहा कि इस तरह की समस्या काफी गंभीर है. यदि बगैर बिजली का उपयोग किये बिल गया है तो लापरवाही है. लेकिन जब तक इसका जांच नहीं हो जाता , तब तक कुछ कहा नहीं जा सकता. जांच के आदेश दिये गये हैं. शीघ्र हीं जांच प्रतिवेदन प्राप्त हो जायेगा. उसके बाद अग्रेतर कार्रवाई की जायेगी.