आबादी 19 प्रतिशत, फिर भी पहचान नहीं

बेतिया. राज्य में 19 प्रतिशत आबादी के बाद भी कानू समाज के लोगों की कोई पहचान नहीं है. पहचान के लिए सभी को एक बैनर के तले आना होगा. ये बातें नगर भवन में आयोजित कानू एकता महासभा के सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष धनजी प्रसाद कानू ने कही. उन्होंने कहा कि राजनीति के साथ बाकी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2015 7:43 AM
बेतिया. राज्य में 19 प्रतिशत आबादी के बाद भी कानू समाज के लोगों की कोई पहचान नहीं है. पहचान के लिए सभी को एक बैनर के तले आना होगा. ये बातें नगर भवन में आयोजित कानू एकता महासभा के सम्मेलन में प्रदेश अध्यक्ष धनजी प्रसाद कानू ने कही. उन्होंने कहा कि राजनीति के साथ बाकी क्षेत्रों में भी यह समाज पिछड़ा हुआ है. राजनैतिक, शैक्षणिक व आर्थिक रूप से देखा जाये तो भेदभाव का शिकार हुआ प्रतीत होता है.
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे शंभु प्रसाद गुप्ता ने कहा कि कानू समाज के लोग सभी जगह हैं लेकिन कई जगहों पर लोग अलग-अलग उपनाम से जाने जाते हैं. अगर यह समाज संगठित हो गया तो राज्य के राजनीति की दशा व दिशा बदल देगी. उन्होंने कहा कि जिले के कानू जाति की एक वेबसाइट तैयार की जायेगी.
जिसमें सभी के परिवारिक विवरणी होगी. इससे भविष्य में मेधावी छात्रों के सहयोग के साथ, शादी-विवाह में भी मदद मिलेगी. अतिथि भुनेश्वर प्रसाद कानू ने कहा कि शंभु गुप्ता ने एक अनोखा कदम इस समाज के उत्थान के लिए उठाया है.
पहली बार इस इतने सारे समाज के लोग एक जगह इक्ट्ठा हुए हैं. सभा को बैद्यनाथ प्रसाद, गोपाल भारतीय, कृष्णानंद प्रसाद, जिला पार्षद पूनम देवी, प्रो. संत साह , प्रो. काशीनाथ प्रसाद ,नगर पार्षद रईस लाल गुप्ता, नगर पार्षद सुशील गुप्ता, साधू गुप्ता , दारोगा प्रसाद, धनंजय पहलवान व जिला पार्षद कृष्णा देवी उपस्थित थे.

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