मनोज हत्याकांड: अंधेरे में तीर चला रही पुलिस
बेतिया : ट्रांसपोर्टर मनोज हत्याकांड का खुलासा एक माह बाद भी करने अभी तक पूरी सफलता नहीं पायी है. हत्या किन कारणों से हुई, किसने हत्या की? अभी तक यह सवाल पहेली बनी हुई है. पुलिस के वरीय अधिकारी इस घटना को उनके परिवार वालों के बातों के अनुसार प्रोपट्र्री डिलिंग के विवाद से जोड़ […]
बेतिया : ट्रांसपोर्टर मनोज हत्याकांड का खुलासा एक माह बाद भी करने अभी तक पूरी सफलता नहीं पायी है. हत्या किन कारणों से हुई, किसने हत्या की? अभी तक यह सवाल पहेली बनी हुई है. पुलिस के वरीय अधिकारी इस घटना को उनके परिवार वालों के बातों के अनुसार प्रोपट्र्री डिलिंग के विवाद से जोड़ कर जांच शुरू किया. लेकिन इसमें भी अभी तक कोई सफलता पुलिस को नहीं मिली.
यहां तक मनोज के बड़े भाई ने इस हत्याकांड में बानूछापर निवासी अंकुर श्रीवास्तव को प्राथमिकी अभियुक्त बनाया गया था. बताया गया था कि अंकुर से कोई जमीन सहित मकान रजिस्ट्री कराने के लिए काफी मोटा रकम मनोज ने दिया था. अंकुर न जमीन रजिस्ट्री कर रहा था और न ही पैसा ही वापस लौटा रहा था. इसको लेकर कई बार दोनों के बीच तीखी बहस भी हुई थी.
इधर पुलिस ने इस प्राथमिकी अभियुक्त को भी गिरफ्तार नहीं किया है. जिससे मामले का खुलासा हो सके. पुलिस ने इस हत्याकांड से एक अपराध कर्मी नवनीत तिवारी को जोड़ते हुए हथियार के साथ गिरफ्तार किया था. लेकिन उस अपराध कर्मी को भी आर्म्स में जेल भेज दी. अभी तक पुलिस इस मामले के तह तक नहीं पहुंच पायी है.