22 केंद्रों पर हुई एसएससी परीक्षा

बेतिया : द्वितीय स्नातक स्तरीय संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा 2015 नगर के 22 केंद्रों पर शांतिपूर्ण व कदाचार मुक्त हुई. किसी भी केंद्र पर किसी भी परीक्षार्थी नकल करते पकड़े जाने तथा निष्कासित करने की कोई सूचना नहीं है. परीक्षा के सफल संचालन में प्रशासन जुटा रहा. अधिकारी कदाचार मुक्त परीक्षा को लेकर परीक्षा केद्रों का […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 17, 2015 9:36 AM
बेतिया : द्वितीय स्नातक स्तरीय संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा 2015 नगर के 22 केंद्रों पर शांतिपूर्ण व कदाचार मुक्त हुई. किसी भी केंद्र पर किसी भी परीक्षार्थी नकल करते पकड़े जाने तथा निष्कासित करने की कोई सूचना नहीं है.
परीक्षा के सफल संचालन में प्रशासन जुटा रहा. अधिकारी कदाचार मुक्त परीक्षा को लेकर परीक्षा केद्रों का निरीक्षण करते रहे. प्रत्येक दो सौ परीक्षार्थियों पर एक प्रेक्षक प्रतिनियुक्त थे. जो परीक्षार्थियों पर पैनी नजर रखे हुए थे.
अपर समाहर्ता व्यास मुनि प्रधान, डीडीसी जवाहर प्रसाद, एसडीएम सुनील कुमार आदि ने एजी चर्च स्कूल , नेट्रोडम हाई स्कूल , केदार पांडेय हाई स्कूल आदि का निरीक्षण किया.
केंद्रों को खोजने में परेशान हुए परीक्षार्थी
केदार पांडेय हाई स्कूल के नाम पर इस शहर में दो विद्यालय है. एक में प्लस टू की पढ़ाई होती हैं तो दूसरे में हाई स्कूल तक. लेकिन परीक्षार्थियों के एडमिट कार्ड में केदार पांडेय उच्च विद्यालय ही सिर्फ छपा था. जिससे परीक्षार्थियों को दोनों स्कूलों का चक् कर लगाना पड़ा.
इस तरह की समस्या अन्य केंद्रों के नाम को लेकर थी.
जिस पर सिर्फ केंद्र का नाम छपा था और पता नहीं लिखा था. इससे अनजान शहर में आये परीक्षार्थियों को काफी समस्या हुई.
केंद्र की गड़बड़ी में छूट गयी परीक्षा
एक परीक्षार्थी के प्रवेश पत्र में गलत परीक्षा केंद्र छप जाने के कारण इस परीक्षा से वंचित हो गया. उसके प्रवेश पत्र पर परीक्षा केंद्र के नाम पर ग्रीन डील स्कूल का नाम छपा था. इस नाम का कोई स्कूल इस जिला में ही नहीं है. जबकि उसके प्रवेश पर ग्रीन डील स्कूल बेतिया परीक्षा केंद्र की नाम प्रकाशित थी. जिला प्रशासन से भी उसने के लिए संपर्क स्थापित किया.
अपर समाहर्ता व्यास मुनि प्रधान ,उप विकास आयुक्त जवाहर प्रसाद , अनुमंडल पदाधिकारी सुनील कुमार ने आयोग के हेल्प लाइन पर संपर्क स्थापित करने की कोशिश की. लेकिन हेल्प लाइन की नंबर कोई नहीं उठा रहा था. जिससे उसकी परीक्षा छूट गयी.

Next Article

Exit mobile version