मर्ज सुने बिना ही लिख दी दवा

नरकटियागंज : सरकारी नियमों के मुताबिक एक डॉक्टर ओपीडी में 40 मरीजों की जांच कर सकता है, लेकिन अनुमंडलीय अस्पताल नरकटियागंज के चिकित्सकों ने कमाल कर दिया है. डॉ. नवीन चौधरी ने शुक्रवार को ओपीडी(बाह्य रोगी विभाग) में 50, 100 नहीं बल्कि पूरे 230 मरीजों की जांच किया है. वह भी महज साढ़े चार घंटे […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 14, 2015 7:37 AM
नरकटियागंज : सरकारी नियमों के मुताबिक एक डॉक्टर ओपीडी में 40 मरीजों की जांच कर सकता है, लेकिन अनुमंडलीय अस्पताल नरकटियागंज के चिकित्सकों ने कमाल कर दिया है. डॉ. नवीन चौधरी ने शुक्रवार को ओपीडी(बाह्य रोगी विभाग) में 50, 100 नहीं बल्कि पूरे 230 मरीजों की जांच किया है.
वह भी महज साढ़े चार घंटे में ही. यानी डॉक्टर ने श्वास, बुखार, पटे दर्द, सीने में दर्द, सर्दी, जुकाम जैसे एक-एक मरीज पर औसत एक मिनट ही का समय दिया है. वह भी तब. जब डॉ. नवीन कुमार ओपीडी के निर्धारित समय(सुबह के आठ बजे) से एक घंटे लेट नौ बजे से ओपीडी शुरू की और समय से आधे घंटे पहले 1.30 बजे ही खाली हो गये. डॉ. नवीन का कहना है कि किसी मरीज को लौटा सकते नहीं. लिहाजा सभी की जांच करता हूं.
…तो निपटारे में लगे थे डॉक्टर : शुक्रवार को अनुमंडलीय अस्पताल के ओपीडी में कुल 282 मरीजों की जांच हुई. डॉ. नवीन कुमार के साथ महिला चिकित्सक डॉ. सपना भी ओपीडी में मरीजों की जांच कर रही थी. मरीजों ने बताया कि डॉक्टर साहब जांच के बजाए निपटारे में लगे थे. पूरा मर्ज सुने बिना ही पर्चियों पर दवा लिख दी जा रही थी.
देना चाहिए आठ मिनट : समीर मेमोरियल हॉस्पिटल के संचालक डॉ. अमिताभ चौधरी ने बताया कि एक मरीज पर कम से कम आठ मिनट देना चाहिए. हर मरीज का ब्लड प्रेशर जरूर जांच होगा. इत्मीनान से पूरा मर्ज सुनने के बाद दवाएं लिखी जानी चाहिए. नरकटियागंज पीएचसी को अनुमंडलीय अस्पताल का दर्जा मिलने के बाद भी यहां सुविधाओं का विस्तार नहीं किया गया.
अस्पताल में कुल 108 पद सृजित तो कर दिये गये. लेकिन तैनाती महज 34 की ही हो सकी. जानकारी के मुताबिक अस्पताल में एक उपाधीक्षक, दो फिजीसीयन, दो सजर्न, दो स्त्री रोग विशेषज्ञ, एक शिशु रोग विशेषज्ञ, एक चर्म रोग विशेषज्ञ,दो एनेस्थिसीया के विषेषज्ञ, एक इएनटी विशेषज्ञ, एक नेत्र रोग विशेषज्ञ,दो हड्डी रोग विशेषज्ञ, दो रेडियोलॉजिस्ट, एक दंत चिकित्सक, दो आयुष फिजीसीयन,एक पैथौलॉजिस्ट, 50 ग्रेड ए नर्स,एक अटेंडेंट, एक इसीजी टेक्नीशियन, पांच लैब एक्सपर्ट,तीन लैब सहायक,तीन एक्सरे टेक्नीशियन के पद सृजित हैं.
मौजूदा समय से इसमें से तीन नियमित तथा छह अनुबंधित चिकित्सक के अतिरिक्त एक स्वास्थ्य प्रबंधक,दो स्वास्थ्य प्रशिक्षक,डाटा ऑपरेटर समेत पांच लिपिक, दो एएनएम समेत छह स्वास्थ्यकर्मी तथा चार चतुर्थवर्गीय कर्मी की ही तैनाती है.

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