बगहाः तीन दिनों की चिकित्सा के बाद मंगलवार की सुबह प्रभु साह ने रामनगर अस्पताल में दम तोड़ दिया. एमजेके अस्पताल में दो दिनों की चिकित्सा के बाद उसकी हालत ठीक हो गयी थी. उसे अस्पताल से छुट्टी मिल गयी थी. अचानक मंगलवार की सुबह उसकी हालत बिगड़ने लगी. उसे अस्पताल लाया गया, लेकिन उसकी मौत हो गयी.
बीते 24 अगस्त को भैरोगंज थाने के त्रिभवनी गांव में पत्नी व ससुर ने धोखे से प्रभु साह बुला कर जहर देकर मारने के मामले में बेतिया पुलिस जिले के मटिअरिया थाने के लछनौता गांव निवासी प्रभु साह के बड़े भाई बाबू लाल साह के बयान पर भैरोगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. प्राथमिकी में भैरोगंज थाने के त्रिभवनी निवासी ससुर प्रभु साह, सास कुसमी देवी, पत्नी उर्मिला देवी समेत नथुनी साह, उसकी पत्नी आशा देवी, साढू उत्तिम साह को नामजद किया गया है. पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. थानाध्यक्ष रामबाबू प्रसाद ने बताया कि मामले की जांच-पड़ताल की जा रही है.
सुधरी थी हालत
प्रभु के भाई बाबूलाल साह ने बताया, 24 अगस्त को उसे सूचना मिली कि उसके भाई को उसके ससुराल वालों ने जहर दे दिया. बंशी यादव के बगीचा के समीप गन्ने के खेत में फेंक दिया है. वह जब आया तो देखा कि पुलिस प्रभु को जीप में लाद रही थी. अनुमंडलीय अस्पताल में उसकी चिकित्सा हुई. 25 अगस्त को अनुमंडलीय अस्पताल के चिकित्सकों ने उसे एमजेके अस्पताल बेतिया रेफर कर दिया. बेतिया में इलाज के दौरान प्रभु की हालत में सुधार हुई.
आने लगा चक्कर
प्रभु ने अपने भाई को बताया था कि खाना खाने के थोड़ी देर बाद उसे चक्कर आने लगा. वह बेहोश हो गया. उसके बाद उसे कुछ भी पता नहीं चला. हालांकि प्राथमिकी में प्रभु की इन बातों का हवाला देते हुए उसके भाई ने लिखा है, उसकी पत्नी का अवैध संबंध अपने बहनोई से था. वह ससुराल लछनौता नहीं जाना चाहती थी. इसी वजह से धोखा देकर प्रभु को जान से मारने की नीयत से खाना में जहर मिला कर खिलाया गया था.