ढोंग का कारोबार : 24 घंटे में दर्ज हुई चाजर्शीट

नरकटियागंज : जिन्न का भय दिखा कर लड़कियों व महिलाओं का यौन शोषण करने वाले शमीम बाबा के खिलाफ पुलिस ने 24 घंटा के अंदर ही चाजर्शीट दाखिल कर दी. एसडीपीओ अमन कुमार ने बताया कि इस आरोपित के खिलाफ स्पीडी ट्रॉयल चलाया जायेगा. पुलिस की ओर से कोई भी कसर इस अभियुक्त के खिलाफ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | April 12, 2015 8:24 AM
नरकटियागंज : जिन्न का भय दिखा कर लड़कियों व महिलाओं का यौन शोषण करने वाले शमीम बाबा के खिलाफ पुलिस ने 24 घंटा के अंदर ही चाजर्शीट दाखिल कर दी. एसडीपीओ अमन कुमार ने बताया कि इस आरोपित के खिलाफ स्पीडी ट्रॉयल चलाया जायेगा.
पुलिस की ओर से कोई भी कसर इस अभियुक्त के खिलाफ नहीं छोड़ा जायेगा. उन्होंने बताया कि शमीम के खिलाफ पुलिस के पास पर्याप्त सबूत मिले है. इधर पुलिस ने बाबा पर यौन शोषण का आरोप लगाने वाली पीड़िता का न्यायालय में 164 का बयान भी पुलिस ने करा दी है.
इतिहास से स्नातक है शमीम बाबा
शमीम बाबा को जानने वालों की मानें तो शमीम बाबा ने हिस्ट्री से बीए आनर्स किया है़ छठे वर्ग तक की पढ़ाई उसने नरकटियागंज के संत फ्रांसिस मिशन स्कूल से की. फिर उच्च विद्यालय नरकटियागंज में दाखिला लेकर मैट्रिक की परीक्षा पास की. नरकटियागंज के टी पी वर्मा कॉलेज से स्नातक तक पढ़ाई की. स्नातक की पढ़ाई पूरी करने के बाद बाबा शमीम पटना में रह कर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी भी की़
बन गया ओझा
पटना में प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर अफसर बनने के लिए गया था. लेकिन अफसर तो नहीं बना पर पटना से लौटने के बाद लौंग देखने से शुरू कर दिया. धीरे-धीरे वह अपना अधंविश्वास का जाल फैलाया और फिर झाड़-फूंक का काम शुरू कर दी. बताया जाता है कि पटना से लौटने के बाद शमीम बाबा कुछ दिन के लिए दिल्ली में भी रहा.
आवाज निकालने में माहिर
शमीम अजीब-अजीब तरह के आवाज निकालने में भी माहिर था. बताया जाता हैं कि वह अपने झाड़-फूंक के दौरान अजीब अवाज निकालता था. खुद ही प्रश्न भी करता था और उसका उत्तर भी दूसरी आवाज में देता था. लोगों से कहता था कि वह जिन्न से बात कर रहा है़
शमीम के कारोबार के लिए उसके पिता ने अपनी दुकान के समीप ही उसे दूसरा दुकान दिलवाया था. लेकिन शमीम को यह पसंद नहीं आयी और वह अपनी दुकान रेलवे ढाला के समीप लेकर चला गया. शमीम सेंट का भी बड़ा शौकीन था ,उसके नजदीक रहने वालों ने बताया कि पटना से काटूर्न में सेंट मंगाता था. इसमें एक की कीमत करीब 11 सौ रुपया होती थी.

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