खाता सीबीएस होते बदला नाम
डाटा इंट्री ऑपरेटरों की चूक से ग्राहकों की बढ़ीं समस्याएं बेतिया : श्चिम चंपारण के रहने वाले नवेंदु चतुर्वेदी का बेतिया स्थित प्रधान डाकघर में खाता है. महिला अभिकर्ता की सहयोग से नवेंदु ने डाकघर पांच वर्षीय आवर्ती जमा योजना के तहत यह खाता खोला था. अब डाकघर में इनका खाता संख्या 1608635731 सीबीएस (कोर […]
डाटा इंट्री ऑपरेटरों की चूक से ग्राहकों की बढ़ीं समस्याएं
बेतिया : श्चिम चंपारण के रहने वाले नवेंदु चतुर्वेदी का बेतिया स्थित प्रधान डाकघर में खाता है. महिला अभिकर्ता की सहयोग से नवेंदु ने डाकघर पांच वर्षीय आवर्ती जमा योजना के तहत यह खाता खोला था.
अब डाकघर में इनका खाता संख्या 1608635731 सीबीएस (कोर बैकिंग सर्विस) मेंतब्दील हुआ तो इनका नाम भी बदल गया है. नवेंदु चतुर्वेदी सीबीएस होकर अब नवेदिता चौधर बन गये है. यह तो महज बानगी है. हकीकत में हजारों बैंक ग्राहकों के नाम से सीबीएस करने के दौरान छेड़छाड़ हुई है. खाता खुला था किसी और नाम से अब कोई और नाम उसी खात संख्या पर दर्ज हो गया है. डाकघर के अफसर इसे डाटा इंट्री ऑपरेटरों की लापरवाही करार दे रहे हैं.
‘राय’ को बना दिया ‘राव’
सीबीएस के दौरान सबसे बड़ी गड़बड़ी सबटाइटल राय वालों के साथ हुई थी. सभी राय बिरादरी के लोगों को राव बना दिया गया है. बानगी के तौर पर दीपेंद्र कुमार राय को दीपेंद्र राव, ध्रुव राय को ध्रु राव, अजय कुमार राय को अजय कुमार राव बना दिया गया है.
अब हो रही फजीहत, कैसे साबित करें खुद कोडाकघर के कर्मियों व अफसरों के लापरवाही की खता खाताधारकों को भुगतना पड़ रहा है.
खाते की समयसीमा पूरी होने के बाद पैसा निकासी करने पहुंच रहे उपभोक्ताओं की जमकर फजीहत हो रही है.खुद की पहचान साबित करना चुनौती बन गया है.
भेजिये दिखवाऊंगा क्या है मामला
पोस्ट मास्टर परिमल कुमार सिंह का कहना है कि सीबीएस के दौरान कुछ खाताधारकों के नाम भूलवश चेंज हो गये है. आप भेजवाइये मामले को दिखावाऊंगा. सिस्टम एडमिन से पूछा जायेगा कि कैसे सुधार होगा?