बेतियाः भौगोलिक बनावट के कारण जिले में गंडक की तलहटी व दियारा इलाका झौवा पटेर, जंगल झाड़ी, निजर्न एवं नदी नालों से युक्त है. यही कारण है कि यह इलाका पूर्व में दशकों तक अपराधियों का पनाहगार रह चुका है. हालांकि यह इलाका करीब एक दशक से शांत सा हो गया था. लेकिन नेपाल में शरण लिये हरि यादव गिरोह का उत्पात करीब एक साल से जिले के दियारावर्ती इलाकों में शुरू हो गया है. इसको लेकर पुलिस कई बार योगापट्टी के चौमुखा, रमना, रेड़हा, सेमरी भवानीपुर आदि जगहों में छापेमारी भी कर चुकी है. लेकिन अपराधी हाथ नहीं आ सके हैं.
इधर, करीब छह माह पूर्व चौमुखा निवासी एक किसान की दिन दहाड़े हत्या कर दस्यु सरगना हरि यादव ने जिले में अपनी उपस्थित दर्ज करा दी है. दूसरी ओर फूलेना बीन गिरोह से बगावत कर नया गिरोह तैयार करने वाला ढोड़ा यादव भी हरि यादव गिरोह के साथ काम कर रहा है. एक सप्ताह पूर्व दोनों दस्यु सरगना अपने गिरोह के सदस्यों के साथ गंडक के भगवानपुर दियारा सरेह में किसी घटना को अंजाम देने पहुंचे. जिसकी जानकारी बेतिया पुलिस को मिली.
सूचना मिलते ही सदर एसडीपीओ रामानंद कुमार कौशल के नेतृत्व में करीब आधा दर्जन थानों की पुलिस ने गंडक पार भगवानपुर दियारा को घेर लिया. दस्युओं ने सुरक्षित पुलिस चक्रव्यूह से निकलने के लिये पुलिस पर ही फायरिंग करनी शुरू कर दी थी. जिसके जवाब में पुलिस को भी फायरिंग करनी पड़ी थी.
इस मुठभेड़ में दो दस्युओं को जख्मी होने की बात बतायी गयी थी. लेकिन अपने गिरोह के साथ सभी दस्यु सुरक्षित निकल गये थे.इधर, दियारा सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक दोनों गिरोह बगहा पुलिस क्षेत्र के गंडक दियारा इलाके में पड़ाव डाले हुए हैं. जिले के एक वरीय पुलिस पदाधिकारी ने भी इस बात की पुष्टि करते हुए बताया कि इसकी जानकारी बगहा पुलिस को दे दी गयी है.
पुलिस सूत्रों के अनुसार इस पार की पुलिस सक्रिय है व काफी समय से दोनों दस्यु गिरोह के सरगनाओं व सदस्यों की तलाश जारी रखे हुए है. इस संबंध में सदर एसडीपीओ श्री कौशल ने बताया कि पुलिस सक्रिय है. मौका मिलते ही दस्युओं को दबोच लिया जायेगा.