1906 वाले में शिफ्ट हुआ 1994 वाला अस्पताल
लौरिया : स्थानीय रेफरल अस्पताल में भूकंप के झटके से आयीं दरारों के बाद अस्पताल खाली करा दिया गया है. मौके पर पहुंचे एसडीएम कौशल कुमार, सीएस डा गोपाल कृष्ण व अन्य अधिकारियों ने 1994 वाले इस अस्पताल को 1906 वाले पुराने भवन में शिफ्ट करा दिया है. प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. किरण शंकर झा […]
लौरिया : स्थानीय रेफरल अस्पताल में भूकंप के झटके से आयीं दरारों के बाद अस्पताल खाली करा दिया गया है. मौके पर पहुंचे एसडीएम कौशल कुमार, सीएस डा गोपाल कृष्ण व अन्य अधिकारियों ने 1994 वाले इस अस्पताल को 1906 वाले पुराने भवन में शिफ्ट करा दिया है.
प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. किरण शंकर झा ने बताया कि 25 अप्रैल को आये भूकंप के बाद ही भवन जजर्र हो चुका था. भवन निर्माण के कार्य पालक अभियंता द्वारा रेफरल अस्पताल को अयोग्य घोषित किया जा चुका था. इसके लिए त्रहीमाम संदेश विभाग को भेजा जा चुका है.
मंगलवार को आये भूकंप से अस्पताल को क्षति पहुंची है. ओटी रूम, लेवर रूम एवं मरीज वार्ड क्षतिग्रस्त हो चुका है. इस सूचना पर अनुमंडल पदाधिकारी नरकटियागंज कौशल कुमार एवं सिविल सजर्न डा. गोपाल कृष्ण ने निरीक्षण किया. निरीक्षण के बाद अंग्रेज द्वारा बनाये गये पुराने पीएचसी भवन में अस्पताल शिफ्ट कर दिया गया. आशा भवन में ओपीडी शुरू की गयी है.
6 जून 1994 को हुआ था उद्घाटन
लौरिया स्थित रेफरल अस्पताल का उद्घाटन 6 जून 1994 को हुआ था. तत्कालीन मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव ने इसकी शुरूआत की थी.
हसनैन व चंदर का मकान क्षतिग्रस्त
लौरिया. भूकंप के झटके से तेलपुर के मो. हसनैन एवं चंदर साह के घर क्षतिग्रस्त हो गया है. सीतापुर की फुलेना देवी भूकंप के झटके से घायल हो गयी.
हृदयगति रुकने से महिला की मौत
चनपटिया : सिरिसिया ओपी के मुसहरी बिजबनिया गांव में मंगलवार की रात हृदयगति रुकने से महिला की मौत हो गयी. मृतक महिला भागीरथ मांझी की पत्नी रुपा देवी (30 वर्ष) बतायी गयी है.
जो शादी के बाद अपने पिता सुरेश मांझी के घर रहती थी. उसका ससुराल मझौलिया थाना के अमवा-मझार गांव में बताया गया है. परिजन रुपा की मौत भूकंप के भय से होने की बात कह रहे हैं. वहीं स्थानीय प्रशासन महिला की मौत की जांच की बात कह रही है.
भूकंप के कारण विद्यालय भवन में
आयी दरार
गौनाहा. मंगलवार को आयी भूकंप से रा.उ.म. विद्यालय पटकौल के दो मंजिल विद्यालय भवन में अनेको दरार आ गयीि है. विद्यालय के प्रधान शिक्षक रामकांत पासवान ने बताया कि विद्यालय भवन दो मंजिल के 12 कमरा, छत, दिवार, सिढ़ी आदि पर कई दरारे आ गये है. विद्यालय की स्थिति काफी भयावह हो चुकी है.