पावर हाउस कार्यालय में की गयी तालाबंदी
बेतियाः पटना में हड़ताल के दौरान हुए लाठीचार्ज में घायल दो विद्युत कर्मियों के मौत की सूचना मिलते ही शनिवार को विद्युत कर्मी आक्रोशित हो गये. आक्रोशित विद्युत कर्मियों ने राज्य सरकार के खिलाफ मोरचा खोल दिया. कर्मचारियों ने पावर हाउस कार्यालय में तालाबंदी कर सरकार व विद्युत बोर्ड के आला अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी […]
बेतियाः पटना में हड़ताल के दौरान हुए लाठीचार्ज में घायल दो विद्युत कर्मियों के मौत की सूचना मिलते ही शनिवार को विद्युत कर्मी आक्रोशित हो गये. आक्रोशित विद्युत कर्मियों ने राज्य सरकार के खिलाफ मोरचा खोल दिया. कर्मचारियों ने पावर हाउस कार्यालय में तालाबंदी कर सरकार व विद्युत बोर्ड के आला अधिकारियों के खिलाफ नारेबाजी शुरू कर दी. गुस्साये कर्मचारी घंटों कार्यालय के समक्ष शोर-शराब करते रहे.
आंदोलनकारियों का नेतृत्व कर रहे अशोक कुमार सिन्हा ने कहा कि सरकार के इस रवैया से विद्युत कर्मियों में काफी आक्रोश है. इस व्यवस्था में किसी को अपनी मांग को रखने की भी आजादी नहीं है. निहत्थे कर्मचारियों पर पुलिस ने जो कहर बरपाया है, उसे विद्युत कर्मी भूल नहीं सकते हैं. विद्युत बोर्ड के एमडी संजय अग्रवाल को बदला जाये और दोषी पुलिस कर्मियों कार्रवाई की जाये. वहीं रंजन कुमार ने कहा कि जब तक मृत विद्युत पदाधिकारी व कर्मचारी के परिजनों को उचित मुआवजा नहीं दिया जायेगा और दोषी पदाधिकारियों पर कार्रवाई नहीं हो जाती है, उनका आंदोलन जारी रहेगा. आंदोलन में मृत्युजंय सिंह, मो अशरफ, शैलेश कुमार दूबे, विनोद कुमार आदि शामिल थे.
लौट गये उपभोक्ता
विद्युत कार्यालय तो शनिवार को अपने निर्धारित समय पर खुला. लेकिन खुलने के महज एक घंटे के अंदर ही बंद हो गया. जो उपभोक्ता विद्युत कनेक्शन कराने या बिल जमा करने आये थे, वे विद्युत कर्मियों के आंदोलन को देखते हुए वापस लौट गये. काफी देर तक पावर हाउस कार्यालय में अफरा-तफरी का माहौल कायम रहा.