आग उगलते सूरज की निगाहों से बच कर रहना..
नि:शक्तों के आगे झुका प्रशासन चिलचिलाती धूप में चार घंटे एनएच जाम कर किया प्रदर्शन बगहा : भले ही थोड़ी देर तो हुई, लेकिन उन पुलिस अधिकारियों को सबक मिल गयी. नि:शक्त को कमजोर समझने की चूक भयावह हो सकती है. नगर के वार्ड संख्या 5 (नरैनापुर) निवासी नि:शक्त विनय कुमार यादव को बेदर्दी के […]
नि:शक्तों के आगे झुका प्रशासन
चिलचिलाती धूप में चार घंटे एनएच जाम कर किया प्रदर्शन
बगहा : भले ही थोड़ी देर तो हुई, लेकिन उन पुलिस अधिकारियों को सबक मिल गयी. नि:शक्त को कमजोर समझने की चूक भयावह हो सकती है. नगर के वार्ड संख्या 5 (नरैनापुर) निवासी नि:शक्त विनय कुमार यादव को बेदर्दी के साथ कुचलने वाले स्कॉर्पियो को जब्त करने की बजाय थाने से छोड़ देना उस वक्त जितना आसान लगा था, आगे का अनुसंधान उतना ही कठिन होगा.
नि:शक्त को कुचलने वाले आरोपित खुलेआम घूम नहीं सकते. उनकी गिरफ्तारी होगी. नि:शक्त विनय असहाय नहीं है, उसके साथ उसकी पूरी नि:शक्त विरादरी है. दरअसल, विगत 11 मई को ध्रुव टॉकिज के समीप शराब भट्ठी के निकट दो गुटों के लड़ाई-झगड़े में नि:शक्त विनय को स्कॉर्पियो ने कुचल दिया था. उस वक्त स्कॉर्पियो पकड़ी गयी थी.
लेकिन पुलिस ने बाद में स्कॉर्पियो छोड़ दिया था. जबकि जीवन मौत से संघर्ष कर विनय के बयान पर थाने में कांड संख्या 169/2015 दर्ज किया गया था. आर्थिक रूप से विपन्न परिवार के विनय को लेकर उसके परिजन इलाज कराने के लिए गोरखपुर चले गये थे. किसी तरह से उसकी जिंदगी तो बच गयी है. लेकिन इलाज के खर्चे नहीं जुटा पा रहा है.
क्या है पूरा मामला
नगर के ध्रुव टॉकिज के समीप विगत 11 मई को दो गुटों में भूमि विवाद को लेकर मारपीट हो रही थी. उसी वक्त नि:शक्त विनय दूध लेकर रास्ते से आ रहा था. तभी दोनों गुट के लठैतों में भगदड़ मच गयी. विनय अपनी वैशाखी के सहारे सड़क के किनारे खड़ा हो गया.
उसने बताया कि तभी एक गुट के राजू गुप्ता दौड़ कर आये और मारामारी करने के लिए नि:शक्त की वैशाखी छीन लिये. उन्होंने जैसे हीं वैशाखी छीनी. नि:शक्त विनय जमीन पर धड़ाम से गिर गया. वे मारपीट करने चले गये. इसे भगदड़ में कई लोग विनय को कुचल कर आते-जाते रहे. वह जमीन पर गिरा चिल्लाता रहा. अचानक मौके पर पुलिस पहुंच गयी.
दो गुट के लठैत भागने लगे. भागने के क्रम में राहुल सिंह एवं रानू सिंह ने स्कॉर्पियो से नि:शक्त विनय को कुचल दिया. पुलिस ने स्कॉर्पियो जब्त कर लिया. नि:शक्त विनय को इलाज के अनुमंडलीय अस्पताल में भरती कराया गया. वहां पुलिस ने विनय का बयान दर्ज किया. जिसमें एक गुट के राजू गुप्ता पर वैशाखी छीनने और दूसरे गुट के राहुल सिंह एवं रानू सिंह पर स्कॉर्पियो से कुचलने का आरोप है.
विनय का टूट गया दूसरा पैर
विनय पहले से एक पैर से नि:शक्त था. इस हादसे में उसका दूसरा पैर भी टूट गया है. उसने बताया कि एक बार नहीं , दो बार मेरे पैर पर स्कॉर्पियो चढ़ा दिया था.
बता दें कि पांच भाइयों में सबसे छोटा विनय अपनी मां और छोटी बहन के साथ रहता है. एक छोटी सी खैनी की दुकान है. उसी से विधवा मां की परवरिश और छोटी बहन की पढ़ाई चलती है.
उसने बताया कि बहन की शादी करनी है. उसकी शादी के लिए थोड़ा पैसा बचा कर रखा था, जो इलाज में खर्च हो गया. गोरखपुर मेडिकल कॉलेज के चिकित्सक कहते हैं कि टूटे हुए पैर की सजर्री करनी होगी. नहीं तो यह पैर भी बेकार हो जायेगा. अब मेरे पास एक फूटी कौड़ी भी नहीं है, जिससे इलाज कराये. ऊपर से घर में खाने पीने के भी लाले पड़ रहे हैं. क्योंकि पिछले 17 दिनों से मेरी दुकानदारी भी बंद है.