अब तक डेढ़ दर्जन मरीज चिह्न्ति
बेतिया: जिला में डेंगू ज्वर तीव्र गति से पांव पसार रहा है. शहरी इलाके से लेकर ग्रामीण इलाकों तक इसके दो दर्जन से अधिक लोग शिकार हो चुके हैं . जिनका इलाज विभिन्न निजी क्लिनिक में किया गया है. शहर के खिरिया घाट में निजी क्लिनिक का संचालन कर रहे चिकित्सक डॉ अंशु मालीम शुक्ला […]
बेतिया: जिला में डेंगू ज्वर तीव्र गति से पांव पसार रहा है. शहरी इलाके से लेकर ग्रामीण इलाकों तक इसके दो दर्जन से अधिक लोग शिकार हो चुके हैं . जिनका इलाज विभिन्न निजी क्लिनिक में किया गया है. शहर के खिरिया घाट में निजी क्लिनिक का संचालन कर रहे चिकित्सक डॉ अंशु मालीम शुक्ला की माने तो 7-8 डेंगू रोगी उनसे चिकित्सकीय परामर्श ले चुके हैं. डॉ अंजनी कुमार ने लगभग एक दर्जन डेंगू ज्वर से पीड़ित रोगियों के इलाज किये जाने की पुष्टि की जा रही है. डॉ यू एस पाठक द्वारा तीन डेंगू पीड़ितों की इलाज की बातें की जा रही है. वहीं डॉ शंभु राय -2, डा देवा शीष चटर्जी व आरके जायसवाल द्वारा एक-एक रोगियों की चिकित्सा किये जाने की पुष्टि की जा रही है. वहीं मॉडर्न लेबोरेटी के अखिलेश कुमार एवं आदर्श के डॉ दिलदार हुसैन का कहना है. डेंगू से पीड़ित रोगियों में सर्वाधिक दिल्ली हरियाणा व हरिद्वार से लौटे है. उनके ब्लड जांच में एंटी जेन (एनएस 01) मिला है. जो डेंगू की प्रारंभिक अवस्था है. इस अवस्था में 1-9 दिनों तक रोगी रोग मुक्त हो जाते हैं. एंटी बडी स्टेज में आने पर रोगी पूरी तरह डेंगू की चपेट में आ जाते हैं. जिसके इलाज में कठिनाई होती है. वहीं सीएस डॉ गोपाल कृष्ण ने बताया कि रोग से शहर के शांति नगर के नौसाद आलम, यंझा टोला, के सिराजूल हक, अजी मुल्लाह, बानुछापर के शशि भूषण, लक्ष्मण कुमार, मो. आजाद, चनपटिया मुरबलिया के सद्वाय हुसैन, शिवपुर नरकटियागंज के भरत प्रसाद, आरती वर्मा आदि आंशिक रूप से शिकार हुए थे,जो स्वस्थ्य भी हो गये हैं.
चिकित्सकों की टीम गठित
स्वास्थ्य विभाग ने डेंगू की रोक थाम के लिए कमर कस लिया है.
सीएस डा. गोपाल कृष्ण ने स्वयं के नेतृत्व में चार सदस्यीय चिकित्सकों का टीम गठित किया है. जिसमें डा. ए. भट्ट, एसपी मंडल एवं विजय कुमार शामिल है.
अस्पताल में बना वार्ड
डेंगू रोग की रोक-थाम को लेकर सीएस डा. गोपाल कृष्ण ने सदर अस्पताल को डेंगू वार्ड बनाने का निर्देश दिया. उनके इस आदेश को ध्यान में रख कर प्रभारी चौधरी ने कालाजार वार्ड को डेंगू वार्ड में मर्ज किया. है. जिसके हर बेड पर मच्छर निरोधी मच्छर दानी लगाये जा रहे हैं.