अधिवक्ताओं ने न्यायिक कार्य किया ठप
बेतियाः बॉडीगार्ड की हत्या के बाद अधिवक्ता को गिरफ्तार कर जेल भेजे जाने एवं उनके साथ मारपीट के विरोध में अधिवक्ता गोलबंद हो गये हैं. अधिवक्ताओं ने आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर जिला विधिज्ञ संघ के आह्वान पर मंगलवार को न्यायिक कार्यो का बहिष्कार किया. इससे न्यायिक कार्य पूर्णत: बाधित रहा. उसके बाद विधिज्ञ संघ […]
बेतियाः बॉडीगार्ड की हत्या के बाद अधिवक्ता को गिरफ्तार कर जेल भेजे जाने एवं उनके साथ मारपीट के विरोध में अधिवक्ता गोलबंद हो गये हैं. अधिवक्ताओं ने आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर जिला विधिज्ञ संघ के आह्वान पर मंगलवार को न्यायिक कार्यो का बहिष्कार किया.
इससे न्यायिक कार्य पूर्णत: बाधित रहा. उसके बाद विधिज्ञ संघ की हुई बैठक में यह निर्णय लिया गया कि बुधवार से अधिवक्ता काला बिल्ला लगा कर न्यायिक कार्य करेंगे और इस संबंध में विरोध दर्ज करायेंगे. अगर उसके बावजूद उनकी मांगों पर सहानुभूति पूर्वक विचार नहीं किया जाता है तो अधिवक्ता बिहार बार काउंसिल के निर्देश पर आंदोलन की अगली रणनीति तय करेंगे.
विधिज्ञ संघ ने अपने मांगों का ज्ञापन जिलाधिकारी एवं जिला सत्र न्यायाधीश को सौंपा. साथ ही संघ ने अपने मांगों के प्रति मुख्य न्यायाधीश उच्च न्यायालय पटना, चेयरमैन राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नयी दिल्ली, चेयरमैन राज्य मानवाधिकार पटना व डीजीपी बिहार एवं चेयरमैन राज्य बार काउंसिल पटना को फैक्स के माध्यम से भेजा है. बताया जाता है कि इस घटना के संबंध में विधिज्ञ संघ ने न्यायिक जांच कराने की मांग की है.
साथ ही एक ही घटना के लिए दो प्राथमिकी किन परिस्थितियों में दर्ज की गयी, इसकी भी जांच करने की मांग की गयी है. इसके अलावे अधिवक्ता विश्व मोहन मिश्र पर पुलिस कर्मियों द्वारा किये गये जानलेवा हमले के दोषियों के विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर उनके विरुद्ध कार्रवाई करने की मांग की गयी है.