बेतियाः सरकारी बॉडीगार्ड हत्या मामले में गठित विशेष टीम अब तक किसी ठोस नतीजे पर नहीं पहुंच सकी है. ऐसा नहीं है कि पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है. पुलिस इस मामले का खुलासा करने में जहां जी-जान से लगी हुई है, वहीं किसी भी प्रकार की भनक लगती है तो वहां छापेमारी की जा रही है. लेकिन अब तक पुलिस को फिलहाल कुछ भी हाथ नहीं लग पाया है और नहीं हत्या के पीछे छिपे कारण को ही खंगाला जा सका है.
जबकि सूत्रों की माने तो टीम गठन के बाद पुलिस ने करीब आधा दर्जन से अधिक संभावित व संदिग्ध ठिकानों पर छापेमारी कर चुकी है. उधर, मृत कमांडो रजनीश की पत्नी व परिजनों द्वारा भी हत्यारोपियों के खिलाफ बयान दिया गया है. परिजनों द्वारा दिये गये लिखित बयान को लाने के लिये बेतिया से पुलिस कर्मियों को गया भेजा गया है. जिनके बुधवार की रात तक वापस आने की संभावना है.
बताया जाता है कि परिजनों ने जो बयान आरोपियों के खिलाफ दिया है, उसके आने के बाद हत्या मामले में कुछ नया मोड़ आने वाला है. इसके साथ ही कई अनसुलङो सवाल सुलझने के आसार नजर आने लगे हैं. सदर एसडीपीओ रामानंद कुमार कौशल ने बताया कि बुधवार की देर शाम तक कर्मी परिजनों के लिखित बयान को लेकर वापस आ जायेंगे. यहां बता दें कि 19 सितंबर की रात मुफस्सिल थाना के बानुछापर निवासी अधिवक्ता विश्वमोहन मिश्र के सरकारी बॉडीगार्ड को उनके आवास में गोली मारकर हत्या कर दी गयी थी. इस घटना के बाद पुलिस जवान उग्र हो गये थे. पुलिस ने इस मामले में दो प्राथमिकी दर्ज कर अधिवक्ता समेत सात लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था.