मैट्रिक का रिजल्ट जानने को बेचैन रहे छात्र-छात्राएं
बगहा : मैट्रिक का रिजल्ट देखने के लिए शनिवार की दोपहर से हीं यहां के विभिन्न साइबर कैफे में छात्रों की भीड़ रही. 4.15 बजे से रिजल्ट देखने के लिए छात्रों की उत्सुकता बढ़ गयी. हालांकि बीएसएनएल ने एक बार फिर दगा दिया. बीएसएनएल का ब्रॉड बैंड लेने वाले साइबर संचालक बेहद निराश हुए.साइबर संचालक […]
बगहा : मैट्रिक का रिजल्ट देखने के लिए शनिवार की दोपहर से हीं यहां के विभिन्न साइबर कैफे में छात्रों की भीड़ रही. 4.15 बजे से रिजल्ट देखने के लिए छात्रों की उत्सुकता बढ़ गयी. हालांकि बीएसएनएल ने एक बार फिर दगा दिया.
बीएसएनएल का ब्रॉड बैंड लेने वाले साइबर संचालक बेहद निराश हुए.साइबर संचालक मनोज कुमार ने बताया कि जब भी कोई रिजल्ट आता है. बगहा में बीएसएनएल फेल रहता है. अब बीएसएनएल की सेवा पूरी तरह से खराब हो गयी है.
बीएसएनएल के उप मंडल अभियंता परवेज आलम ने बताया कि सड़क निर्माण कराने वाली कंपनी ने एक किमी तक केबुल काट दिया है.
इस वजह से सेवा ठीक से संचालित नहीं हो पा रही है. उधर, रिजल्ट दिखा कर कमाई करने वाले साइबर संचालकों ने अन्य कंपनियों की नेट सुविधा भी ले रखी थी. इस वजह से छात्रों को कोई खास असुविधा नहीं हुई. बगहा दो में रेलवे ढाला के समीप आरटेक संस्थान में कई छात्रों ने आ कर अपना रिजल्ट देखा. डीएम एकेडमी के प्रधानाध्यापक राजेंद्र नाथ मिश्र ने मेरे विद्यालय के छात्रों का रिजल्ट काफी बेहतर आया है.
परीक्षा में शामिल अधिकांश छात्र प्रथम एवं द्वितीय श्रेणी से उत्तीर्ण हुए हैं. एनबीएस हाई स्कूल प्रधानाध्यापक लालजी प्रसाद यादव ने बताया कि छात्रों की कठिन परिश्रम और शिक्षकों के मार्गदर्शन का परिणाम है कि मेरे स्कूल के छात्रों का रिजल्ट बेहतर आया है.
35 रुपये में बिका रिजल्ट
बगहा एक एवं दो के साथ ग्रामीण इलाकों में मोबाइल रिपेयरिंग के दुकानों में भी रिजल्ट बिका. 20 से लेकर 35 रुपये तक मैट्रिक के रिजल्ट की फोटो कॉपी की बिक्री हुई. छात्र अभिषेक कुमार ने बताया कि नेट पर रिजल्ट आने से साइबर संचालकों की मनमानी बढ़ जाती है.
वे अपने हिसाब से रिजल्ट देखने के लिए रेट निर्धारित करते हैं. जबकि एक साइबर संचालक अनुप कुमार ने बताया कि बिजली की स्थिति ठीक नहीं है. इस लिए रिजल्ट देखने के लिए जेनरेटर की व्यवस्था की गयी थी. इसमें भी खर्च आता है. ऐसे में 20 रुपये प्रति छात्र की दर से रिजल्ट दिखाया गया.
मोबाइल पर देख लिया रिजल्ट
मोबाइल पर इस बार अधिकांश छात्रों ने अपना रिजल्ट देख लिया. छात्रों ने बताया कि साइबर संचालकों की मनमानी से बचने के लिए मोबाइल में नेट पैक डलवा कर रिजल्ट देख लिये. छात्र विकास कुमार ने बताया कि मैंने अपना रिजल्ट मोबाइल पर हीं देख लिया. हालांकि उसकी कॉपी कराने के लिए जब वे कैफे में गये तो रिजल्ट की प्रति की फोटो कॉपी निकालने के लिए 5 रुपये लिये गये.