मोतिहारी. आंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाओं के आंदोलन के कारण सोमवार की सुबह से करीब 11 बजे तक शहर की यातायात व्यवस्था पूरी प्रभावित रही़ मोतीझील के पास जाम के कारण गर्मी से बिलबिलाते दो स्कूली बच्चे बेहोश हो गयी, जिसके बाद जाम में फंसे राहगिरों का गुस्सा भड़क गया़ राहगिरों ने आंदोनलकारियों का जमकर विरोध किया़ नौबत धक्का-मुक्की तक पहुंच गयी़ मौके पर पहुंची पुलिस ने आंदोलनकारियों व राह गिरोह को समझा-
बुझा कर मामला शांत कराया़ घटना के संबंध में बताया जाता है कि आंदोलनकारियों ने मोतीझील के पास सड़क को जाम कर दिया़ जाम में फंसे दो स्कूली छात्र भीषण गर्मी के कारण बेहोश हो गय़े दोनों बच्चों के बेहोश होने पर राहगीर भड़क गय़े पहले बच्चों को उठा कर पेड़ के छाव में ले गय़े उसके बाद आंदोलनकारियों से भीड़ गय़े
चार थानों की पुलिस ने संभाली थी कमानआंगनबाड़ी सेविका व सहायिकाओं के उग्र आंदोलन को देखते हुए चार थाने की पुलिस के अलावे पुलिस केंद्र से भारी संख्या में महिला व पुरुष जवानों को जगह-जगह लगाया गया था़ मंगल सेमिनरी में कैंप जेल बनाये गये थ़े वहां भी सुरक्षा का तगड़ा इंतजाम था़
सड़क पर उग्र आंदोलन के बाद करीब 35 सौ आंगनबाड़ी सेविका व सहायिका नगर थाना पहुंच कर गिरफ्तारी दी़ उन्हें मंगल सेमिनरी कैंप जेल में शाम तक रखा गया़ उसके बाद छोड़ दिया गया़ सुरक्षा व्यवस्था में नगर, मुफस्सिल, बंजरिया व तुरकौलिया थाना के अलावे पुलिस केंद्र से भारी संख्या में महिला व पुरुष जवान लगाये गये थ़े कैंप जेल में सेविका व सहायिकाओं ने जमकर नारेबाजी़ शिक्षकों की तरह सेवा स्थायी करने करने को लेकर सरकार पर जमकर गुस्सा उतारा.