लड़की के विवाद में गयी बॉडीगार्ड की जान!
बेतियाः गांव बानूछापर स्थित अधिवक्ता कृष्णमोहन मिश्र के निवास पर 19 सितंबर की रात सरकारी बॉडीगार्ड गया के कोच थाना के गुरारु सोनडीहा निवासी रजनीश की हत्या कर दी गयी थी. इस हत्याकांड की गुत्थी पुलिस सुलझाने का दावा कर रही है. रजनीश का सुगौली निवासी एसटीएफ जवान दीपक राम से एक लड़की को लेकर […]
बेतियाः गांव बानूछापर स्थित अधिवक्ता कृष्णमोहन मिश्र के निवास पर 19 सितंबर की रात सरकारी बॉडीगार्ड गया के कोच थाना के गुरारु सोनडीहा निवासी रजनीश की हत्या कर दी गयी थी. इस हत्याकांड की गुत्थी पुलिस सुलझाने का दावा कर रही है. रजनीश का सुगौली निवासी एसटीएफ जवान दीपक राम से एक लड़की को लेकर विवाद था, जो उसके हत्या का कारण बना.
पुलिस ने लड़की के बयान पर बॉडीगार्ड रजनीश की हत्या के आरोप में पुलिस लाइन में तैनात एसटीएफ जवान दीपक राम उर्फ झुलन को गिरफ्तार किया है. एक और जवान समीउल्लाह को शक के आधार पर तत्काल निलंबित कर दिया गया है. पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार नायक ने शनिवार को इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि बॉडीगार्ड रजनीश की हत्या में दीपक राम की भूमिका संदिग्ध है.
दोनों के बीच गोरखपुर की रहने वाली एक लड़की रेशमा पाड़े (काल्पनिक नाम ) को लेकर विवाद चल रहा था. लड़की को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की, तो उसने बताया कि घटना की रात उसे लेकर दीपक बानूछापर स्थित अधिवक्ता के घर गया था, जहां रजनीश सोया हुआ था. उस वक्त घर के बाहर पहले से एक पुलिस लिखी बाइक खड़ी थी. वहीं एक आदमी मुंह पर गमछा बांधे पहले से था. उसने कपड़ा में लिपटे कुछ हथियार जैसा दिया. जिसको दीपक ने अपनी पैंट में रख लिया. फिर दीपक घर के अंदर गया और तेजी से बाहर आकर बाइक पर उसे बैठा स्टेशन छोड़ दिया.
अगले दिन रजनीश की हत्या की जानकारी उसने लड़की को दी. लड़की रजनीश को पहले से जानती थी. लड़की के खुलासा पर ही पुलिस ने एसटीएफ जवान दीपक की गिरफ्तारी की है. एसपी ने बताया कि गिरफ्तार जवान दीपक का पॉलीग्राफ टेस्ट कराया जायेगा. अब तक जितने भी साक्ष्य मिले हैं, उस आधार पर दीपक पर ही शक जाता है. पुलिस अधीक्षक के साथ रामानंद कौशल, मुफस्सिल थानाध्यक्ष नरेश कुमार व नौतन थानाध्यक्ष मनोज मोहन मौजूद थे.