बेतियाः तेज हवा व वर्षा के कारण बेतिया सहित अन्य जगहों पर पिछले 24 घंटे से ज्यादा समय से बिजली गायब है. वहीं धान व गóो की फसल को भी हानि पहुंची है. हजारों एकड़ में लगी धान व गन्ना की फसल तेज हवा से गिर कर पानी में डूब गयी है. हालांकि जिले में बाढ़ का खतरा नहीं है. नदी खतरे के निशान से 5 मीटर नीचे बह रही है. नदी का डेंजर लेवल 69.15 मीटर है. जबकि नदी का वाटर लेवल 64.63 है. गंडक में मंगलवार को 86000 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. चंपारण तटबंध के कार्यपालक अभियंता अंशुमान ठाकुर ने बताया कि जहां भी नदी कटाव कर रही है, वहां किसी भी स्थिति से निबटने के लिए विभाग तैयार है.
सोमवार को हवा की रफ्तार 70 किलोमीटर प्रतिघंटा थी, जो मंगलवार को मात्र 20-25 किलोमीटर प्रति घंटा रह गया. भूगोल विद् डा डीएन चौबे ने बताया कि पानी की अपेक्षा हवा से फसलों को नुकसान पहुंचा है. उधर, नौतन प्रखंड के कई जगहों पर इसका असर देखने को मिला. कई जगहों पर पेड़ गिर गये तो कई जगहों पर फूस के घर तेज हवा की चपेट में आने से उजड़ गये. बनहौरा गांव में भी एक फूस का घर गीर गया, जिसमें रखा बोलेरो दब गया. पोल व तार गिरने से बिजली भी गुल रही. तेज हवा से थाना परिसर में लगा गोल्ड मोहर का विशाल पेड़ गिर गया.
इससे जेनेरेटर व साइकिल दब गया. पेड़ गिरने से बिजली का तार टूट गया. जिससे यहां सप्लाइ बाधित है. तेज हवा से सबसे अधिक नुकसान पूजा पंडालों को हुआ है. नौतन के दुर्गा मंदिर का पंडाल तेज हवा में उखड़ गये. जिला मुख्यालय के स्टेशन चौक, बानुछापर, दुर्गा बाग सहित अन्य पूजा पंडालों को तेज हवा से क्षति पहुंची है. सोमवार को जिले में 33.26 एमएम व मंगलवार को 63.2 एमएम वर्षा हुई है. कृषि विभाग के पदाधिकारियों की माने तो तेज हवा से गिरे गन्ना की फसल को हानि होगी तो पानी में गिरे धान भी बरबाद होगी.