10 बजे तक काउंटर बंद, कतार में मरीज
बेतिया : हद है! 167 डॉक्टर. चार दर्जन से अधिक कर्मचारी. 22 स्टाफ नर्स, उपाधीक्षक, अधीक्षक, प्राचार्य. आदि की तैनाती के बाद भी जीएमसीएच में व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है. अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीज भटक रहे हैं और डॉक्टर व कर्मी ओपीडी से नदारद है. यूं तो सुबह के […]
बेतिया : हद है! 167 डॉक्टर. चार दर्जन से अधिक कर्मचारी. 22 स्टाफ नर्स, उपाधीक्षक, अधीक्षक, प्राचार्य. आदि की तैनाती के बाद भी जीएमसीएच में व्यवस्था सुधरने का नाम नहीं ले रही है. अस्पताल में इलाज कराने आने वाले मरीज भटक रहे हैं और डॉक्टर व कर्मी ओपीडी से नदारद है.
यूं तो सुबह के आठ बजे से ओपीडी चलाने का नियम है. लेकिन सोमवार की सुबह के दस बजे तक पुरजा काउंटर बंद रहा. कोई भी कर्मी अपनी ड्यूटी पर नहीं था. नेत्र रोग के डाॅ राजीव कुमार को छोड़ ओपीडी के सभी विभाग खाली थे. वह भी तब परिसर में मरीजों की भीड़ लगी थी. सुबह के आठ बजे से ही मरीज पुरजा काउंटर पर कतार में लग गये थे. लेकिन कर्मियों की मनमानी के चलते दो घंटे लेट से पुरजा मिलना शुरू हुआ.