गौनाहा, बेतियाः गौनाहा के थानाध्यक्ष किरण शंकर को बेलसंडी पंचायत के अहरार गांव में ग्रामीणों ने बंधक बना लिया. इसके बाद खंभे से बांध कर उनकी पिटाई की. घटना बीती रात की है. ग्रामीणों का आरोप है, वह जबरन एक ग्रामीण के मकान में घुस गये थे. जब इस बात की जानकारी अधिकारियों को मिली, तब थानाध्यक्ष को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाने की कोशिश शुरू हुई.
लगभग छह घंटे बाद थानाध्यक्ष को मुक्त कराया जा सका, जब पुलिस बल उनके पास पहुंचा तो बताया जाता है, थानाध्यक्ष के हाथ-पैर बंधे थे. बताया जाता है, मामला गुरुवार रात साढ़े बारह बजे के आसपास का है. थानाध्यक्ष मोटरसाइकिल से गौनाहा इलाके के एक गांव में पहुंचे. वह एक घर में घुस गये. बताया जाता है, घर में अकेली युवती थी. उसके परिजन बाहर गये हुये थे. बताया जाता है, इससे पहले भी थानाध्यक्ष उस घर में आते-जाते थे. गुरुवार की रात जब ग्रामीणों को इसकी सूचना मिली तो वह घर के आसपास इकट्ठा हो गये. थानाध्यक्ष को रंगे हाथों पकड़ लिया. इसके बाद उनके हाथ-पांव बांध दिये गये. ग्रामीणों ने थानाध्यक्ष की पिटाई शुरू कर दी. काफी देर तक ग्रामीण थानाध्यक्ष को पीटते रहे. इसी बीच किसी ने इसकी सूचना पुलिस अधिकारियों को दे दी.
थानाध्यक्ष की हरकत से ग्रामीणों में गुस्सा था. उन्होंने उसे पेड़ से बांध दिया. इधर, जानकारी के बाद डीएसपी संजय कुमार छह थानों की पुलिस के साथ मौके पर पहुंचे. इसमें सहोदरा, गौनाहा, शिकारपुर थाने के पुलिसवाले शामिल थे. डीएसपी ने ग्रामीणों से थानाध्यक्ष को छोड़ने को कहा, लेकिन ग्रामीण इसके लिए तैयार नहीं हुये. इसके बाद वार्ता का दौर शुरू हुआ. पुलिसवालों व ग्रामीणों में लगभग छह घंटे तक वार्ता चली. इस दौरान थानाध्यक्ष बंधक बने रहे.
जानकारी के बाद सुबह विधायक भागीरथी देवी, प्रमुख पति मोहम्मद सत्ता सहित इलाके के प्रमुख लोग मौके पर पहुंचे. इसके बाद नये सिरे से बातचीत शुरू हुई. इसके बाद ग्रामीणों ने थानाध्यक्ष को छोड़ा. पुलिस उस युवती को भी बयान दर्ज करने के लिए थाने पर लेकर आयी. युवती ने बताया, उसका गांव के लोगों से जमीन का विवाद चल रहा है. इसमें केस भी चल रहा है. गुरुवार की रात कुछ लोग उसे मारने की नीयत से उसके घर के पास आये थे. इसकी सूचना उसने अपनी मां को दी थी. उसकी मां के कहने पर ही पुलिस आयी थी. वहीं, थानाध्यक्ष ने कहा, जब उन्हें जानकारी मिली, तब वह गांव गये थे. जीप के गश्ती पर होने के कारण वह मोटरसाइकिल से ही वहां पहुंचे थे, जहां ग्रामीणों ने उन्हें बंधक बना लिया.
थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है. मामले की सूक्ष्मता से जांच की जा रही है. जो भी दोषी होगा उस पर कड़ी कार्रवाई होगी.
— सुनील नायक मेघावत, एसपी, बेतिया.