रस्सी से बांधने के मिले निशान
बेतियाः नगर थाना क्षेत्र के कमलनाथ नगर स्थित मां हीरो बाइक सर्विस सेंटर के समीप से पुलिस ने बुधवार की अहले सुबह एक अधेड़ का शव बरामद किया है. मृतक थाना क्षेत्र के पुरानी गुदरी निवासी 45 वर्षीय सूरज पटेल (सुरेश) बताया जाता है. वह बैंड पार्टी में गायक था. मृतक के गले व हाथ, […]
बेतियाः नगर थाना क्षेत्र के कमलनाथ नगर स्थित मां हीरो बाइक सर्विस सेंटर के समीप से पुलिस ने बुधवार की अहले सुबह एक अधेड़ का शव बरामद किया है. मृतक थाना क्षेत्र के पुरानी गुदरी निवासी 45 वर्षीय सूरज पटेल (सुरेश) बताया जाता है. वह बैंड पार्टी में गायक था.
मृतक के गले व हाथ, पैर में रस्सी से बांधने के निशान मिले हैं व उसके आंख व मुंह से खून भी निकला था. मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को बरामद कर पोस्टमार्टम करायी. पुलिस इस मौत को संदेहास्पद मान रही है. बताया जाता है कि सुरेश शराबी था. साथ ही वह बेहद अच्छा सिंगर था. नगर थानाध्यक्ष विमलेंदु कुमार ने बताया कि मौत संदेहास्पद है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने पर ही कुछ बताया जा सकता है. हालांकि इसके लिए परिजनों से पूछताछ जारी है.
चर्चित गायक था सूरज
राजगुरु चौक निवासी सूरज उर्फ सुरेश पटेल नगर का एक चर्चित गायक था.जगह-जगह वह अनयास ही मो.रफी व मुकेश के गाना गाकर समा बांध देता था. इतना ही नहीं जब उसकी माली हालत खराब हुयी तो वह अपने इस आवाज के दम पर ब्रास बैंड पार्टी में भी गीत गाने का काम करने लगा.यह अपने इस कला की बदौलत नगर से लेकर जिले के बाहर तक कई ब्रास बैंड में भी काम कर चुका है.इसके मौत से ब्रास बैंड पार्टियों को भी काफी दुख पहुंचा है.उन लोगों ने भी इसकी मौत पर अपनी संवेदना जाहिर की.
ठेला वाले ने दी सूचना
सूरज के मौत की जैसे ही राजगुरु चौक पर एक ठेला वाले ने दी.पूरा चौक ही घटनास्थल की ओर उमड़ पड़ा.धीरे-धीरे इसकी सूचना उनके परिवार वालों को भी मिल गयी. वे भी घटना स्थल पर पहुंच गये. मृतक को तीन पुत्री व एक पुत्र है. पुत्री सालू , डोली, वर्षा व पुत्र रितिक अपने पिता के शव से लिपट कर लगे रोने. रोते-रोते वे सब बेसुध हो गये थे. मुहल्लावासियों ने किसी तरह उनकों घर लाये. मृतक कीपत्नी रीना देवी बार-बार यही कह रही थी कि शाम तक ठीक के रहले रात में का हो गईल.अब केकरा सहारे जिअम. दहाड़ मार-मार कर रो रही थी.
छठ की हो रही थी तैयारी
बुधवार की सुबह काली सुबह बन कर रीना के सामने आयी. मृतक की पत्नी रीना सुबह उठकर छठ के व्रत की तैयारी में लगी थी.क्योंकि नहाय-खाय का त्यौहार था.बच्चों को जल्दी-जल्दी उठाकर सबको काम बाट कर ही रही थी कि उसे इसकी सूचना मिली कि उसके पति का शव कमलनाथ नगर मुहल्ला के समीप पड़ा हुआ है.इससे उसकी छठ की खुशी मातम में बदल गयी.अपने रोने के क्रम में यह भी कह रही थी इ का कइलू हे छठी मईया,हमरा श्रद्धा में कौन कमी रह गईल रहे.