बेतियाः नगर परिषद में अनुबंध पर बहाल कर्मचारियों के खिलाफ नगर विकास सह आवास विभाग उप सचिव के जांच आदेश से नप में हड़कंप मच गया हैं. नप में शनिवार को पूरा दिन इसी खबर की चर्चा होती रही. जानकारी के अनुसार नप में विगत वर्षो के अंदर लगभग एक दो नहीं दर्जन भर से ज्यादा कर्मचारियों की नियुक्ति मनमाने ढंग से की गयी है.
नप सूत्रों की माने तो नप सभापति के पद पर जो आया उसी ने अपने चहेतों का बहाल कर दिया. इतना ही नहीं जब वार्ड पार्षदों ने इसका विरोध किया तो उनको भी अपने क्षेत्र में जमादार बहाल करने की अनुमति मिल गयी.अधिकांश वाडरे में जमादार के पद पर पार्षद के ही अपने लोग हैं, जिसे कागजी कोरम पूरा करने के लिए बोर्ड के प्रस्ताव में भी ला दिया गया.कार्यालय में भी अनुबंध पर बहाल कर्मियों की ही तूती हैं.उनके जिम्मे ही कार्यालय की महत्वपूर्ण फाइल है.
नप में नियुक्ति के लिए न तो कोई रोस्टर हैं और न ही कोई योजना. फिर कैसे नप में अनुबंध पर कर्मचारियों की नियुक्ति होती हैं.इस पर सवाल खड़ा हो गया हैं.
नप के कई दिग्गजों के पास लगा रहा मेला
जांच के खबर आते ही नप में अनुबंध पर बहाल कर्मचारियों के आवास पर मेला गया.कर्मचारी अपना दुखड़ा लेकर गये और उनसे इस मुदा पर काफी देर तक बात किये.आला नेता ने कहा कि कुछ नहीं होगा हम सब देख लेगे.भोला बाबू कॉलोनी से सटे एक पार्षद के पास भी इसी तरह का दृश्य था.किसी तरह इस जांच को दबाने की योजना चल रही हैं.
बोले अधिकारी
उनके कार्यकाल से पहले ही अनुबंध पर कर्मचारियों की नियुक्ति की गयी हैं.नियुक्ति कैसे की गयी हैं इसकी जानकारी उन्हे नहीं हैं.
विरेन्द्र कुमार, नप कार्यपालक पदाधिकारी