बेतिया : अखिल भारतीय किसान सभा के बैनर तले किसान नेताओं ने कलेक्ट्रेट के समीप धरना दिया. मंगलवार को धरना को संबोधित करते हुए प्रभुराज नारायण राव ने कहा कि तीन साल में एक रुपया भी गन्ना के मूल्य में बढ़ोतरी नहीं हुई है. जबकि मंहगाई को देखते हुए गन्ना का मूल्य प्रति क्विंटल पांच सौ रुपया होना चाहिए. वही किसानों की जगह मिल मालिकों को केंद्र सरकार निर्यात के लिए भारी अनुदान दे रही है.
अगर ऐसा नहीं हो सकता है तो जिन मिलों के पास किसानों की भूमि है उसे वापस किया जाय. जगरनाथ यादव ने कहा कि केंद्र सरकार धान का न्यूनतम मूल्य 1410 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित करे . इधर चांदसी प्रसाद यादव, रामा यादव, प्रभुनाथ गुप्ता, नंदकिशोर शुक्ला आदि ने कहा कि ईख उत्पादन में भारी लागत लग रहा है.
जबकि गन्ना मूल्य के हिसाब से किसानों को उत्पादन खर्च भी नहीं निकल रहा है. चम्पारण के चीनी मिलों पर किसानों का करोड़ो रुपया बकाया है. वक्ताओं ने स्वामीनाथन कमीशन की अनुशंसाओं के अनुरुप किसानों को लागत खर्च का 50 प्रतिशत लाभ देने की मांग की.
जिले के बकुलहर मठ की जमीन पर पर्चा प्राप्त पर्चाधारियों को भूमि पर कब्जा दिलाने, फसल क्षतिपूर्ति अनुदान तथा डीजल अनुदान किसानों के बीच वितरण करने की मांग की. धरना के बाद किसानों का प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी लोकेश कुमार सिंह को भी अपना मांग पत्र सौंपा.