20 लाख खर्च, कूड़ा जस का तस
बेतिया : शहर की सफाई पर अमूमन एक- दो लाख रुपये नहीं 20 -21 लाख रुपये प्रति माह नगर परिषद खर्च कर देती है. ये सच्चाई है. क्योंकि हर माह सिर्फ सफाई वाहनों के डीजल पर ही 1.5 लाख रुपये खर्च हो जाते है. इसके बाद शहर के सफाई में लगे में नप में करीब […]
बेतिया : शहर की सफाई पर अमूमन एक- दो लाख रुपये नहीं 20 -21 लाख रुपये प्रति माह नगर परिषद खर्च कर देती है. ये सच्चाई है. क्योंकि हर माह सिर्फ सफाई वाहनों के डीजल पर ही 1.5 लाख रुपये खर्च हो जाते है. इसके बाद शहर के सफाई में लगे में नप में करीब 300 सफाई मजदूर भी है. जिनको हर माह कम से कम 6 हजार रुपया मानदेय भी दिया जाता है.
इतनी मोटी रकम खर्च करने के बाद भी नप प्रशासन शहर को क्लीन बनाने में पीछे रह जाता है. शहर के मुख्य चौक-चौराहों पर कूड़ा का ढेर मुंह िचढ़ाता रहता है. बरसात के दिनों में नालियों के साफ नहीं रहने के कारण जल जमाव की समस्या से लोगों को जूझना पड़ जाता है.