Loading election data...

मंडल कारा में छापेमारी

बेतियाः जिलाधिकारी अभय कुमार सिंह व एसपी सौरभ कुमार साह के नेतृत्व में बुधवार की रात मंडल कारा में छापेमारी हुई. करीब साढ़े तीन घंटों तक चली छापेमारी के दौरान मंडल कारा के सभी वाडरे की विधिवत जांच की गयी. इस दौरान वार्ड दो के संजय यादव एवं अन्य वार्ड के शोभन पासवान, ददन पांडेय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 6, 2013 5:42 AM

बेतियाः जिलाधिकारी अभय कुमार सिंह व एसपी सौरभ कुमार साह के नेतृत्व में बुधवार की रात मंडल कारा में छापेमारी हुई. करीब साढ़े तीन घंटों तक चली छापेमारी के दौरान मंडल कारा के सभी वाडरे की विधिवत जांच की गयी. इस दौरान वार्ड दो के संजय यादव एवं अन्य वार्ड के शोभन पासवान, ददन पांडेय के पास से तीन मोबाइल बरामद किया गया. जबकि जेलर ने ददन पांडेय के पास से पूर्व में ही एक मोबाइल बरामद किया था.

मंडलकारा के अंदर साफ-सफाई की समुचित व्यवस्था नहीं देख जिलाधिकारी श्री सिंह भड़क उठे. इसके लिये डीएम ने जेल प्रशासन के अधिकारियों को कड़ी फटकार भी लगायी. छापेमारी टीम में डीएम व एसपी के साथ मुख्यालय डीएसपी नागेंद्र कुमार सिंह, पुलिस निरीक्षक सह मुफस्सिल थानाध्यक्ष नरेश कुमार, नगर थानाध्यक्ष विमलेंदू कुमार, कालीबाग ओपी के कामेश्वर प्रसाद, मनुआपुल थानाध्यक्ष आरके सिंह, बानूछापर ओपी प्रभारी नरेंद्र कुमार की टीम सहित कई अधिकारी शामिल रहे. पुलिस अधीक्षक श्री साह ने बताया कि जिन बंदियों के पास से मोबाइल बरामद हुआ है उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जायेगी.

निकाला जायेगा काल डिटेल

छापेमारी के दौरान मंडलकारा से बरामद मोबाइल से काल डिटेल निकाला जायेगा. पुलिस इस दिशा में कार्य करना शुरू कर दी है. जानकारी के अनुसार हालियां के दिनों में हुए कई अपराधों के तार मंडल कारा से भी जुड़े होने की आशंका पुलिस को है. जिसके लिये बंदियों से बरामद मोबाइल से काल डिटेल निकाला जा रहा है. आशंका जतायी जा रही है कि पुलिस द्वारा बरामद मोबाइल का काल डिटेल निकाले जाने के बाद कई रसूखदार व सफेदपोशों का नाम उजागर हो सकता है.

हर बार बरामद होता है मोबाइल

मंडलकारा में अब तक जितनी बार छापेमारी हुई है. एक दो बार को छोड़ हर बार मोबाइल बरामद होता है. बार-बार जेल से मोबाइल की बरामदगी इस बात को स्पष्ट कर रहा है कि कही न कही जेल प्रशासन या तो शातिर व कुख्यात बंदियों से मिला हुआ है. या फिर जेल में बंद बंदी, शातिर व कुख्यात जेल प्रशासन पर हावी है. जो जांच का विषय तो है ही साथ ही इससे किसी बड़ी अनहोनी से भी इनकार नहीं किया जा सकता.

Next Article

Exit mobile version