जुआ के चक्कर में हुई थी नसरुद्दीन की हत्या
बेतियाः मनुआपुल थाना के लपटही अंसारी टोला निवासी किशोर नसरुद्दीन की हत्या उसके जुआरी साथियों ने ही गला घोंट कर कर दी थी. इसका खुलासा मृतक के एक साथी की गिरफ्तारी के बाद हुई है. गिरफ्तार आरोपित लपटही अंसारीटोला निवासी मुजामिल हुसैन का पुत्र तनवीर आलम है. तनवीर नसरुद्दीन हत्याकांड में नामजद अभियुक्त भी है. […]
बेतियाः मनुआपुल थाना के लपटही अंसारी टोला निवासी किशोर नसरुद्दीन की हत्या उसके जुआरी साथियों ने ही गला घोंट कर कर दी थी. इसका खुलासा मृतक के एक साथी की गिरफ्तारी के बाद हुई है. गिरफ्तार आरोपित लपटही अंसारीटोला निवासी मुजामिल हुसैन का पुत्र तनवीर आलम है. तनवीर नसरुद्दीन हत्याकांड में नामजद अभियुक्त भी है.
पुलिस को दिये बयान में उसने खुलासा किया है कि वह नसरुद्दीन व अपने तीन-चार अन्य साथियों के साथ प्रतिदिन जुआ खेला करते थे. हर बार नसरुद्दीन रुपया जीत लिया करता था. घटना के दिन भी वह सभी गांव ही के एक स्कूल में सुबह नौ बजे से ही जुआ खेल रहे थे. इसमें नसरुद्दीन ने12 सौ रुपया जीत लिया था. रुपया लेने के लिये सभी साथी उससे छीना- झपटी करने लगे. लेकिन उसने रुपया नहीं दिया.
इसके बाद सभी ने गांव के समीप ही एक मैदान में हो रहे क्रिकेट मैच को देखने लगे. मैच समाप्त होने के बाद सभी साथी एक सुनसान जगह पर गये. वहां भी कुछ देर तक जुआ खेला. इसमें भी नसरुद्दीन जीत गया. इसके बाद सभी साथी नसरुद्दीन से रुपयों की मांग करने लगे. लेकिन जीते गये रुपया नहीं दिये जाने पर उसके साथियों ने बेल्ट व लात-मुक्कों से उसे मारना शुरू कर दिया. इसके बाद साथियों ने गंजी से नसरुद्दीन का गला घोंट दिया. संतुष्टि के लिये साथियों ने गन्ना के पत्ता को लपेट कर रस्सी बनाया और मृतक को कुछ देर के लिये एक बेल के पेड़ से लटका दिया.
जब सभी को विश्वास हो गया कि उसकी मौत हो गयी तो सभी शव को गन्ने के खेत में फेंक कर फरार हो गये. सदर एसडीपीओ रामानंद कुमार कौशल ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित ने अपने साथियों का नाम का खुलासा किया है. पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये छापेमारी कर रही है. यहां बता दें कि 29 नवंबर की शाम से नसरुद्दीन अपने घर से लापता हो गया था. एक दिसंबर को परिजनों ने मनुआपुल थाना में गुमशुदगी का आवेदन दिया था. 2 दिसंबर की शाम पुलिस ने लपटही के सरेह से एक गन्ना के खेत से उसका शव बरामद किया था. इस मामले में पुलिस ने परिजनों के बयान पर थाना कांड संख्या 733/013 दर्ज कर आरोपियों की गिरफ्तारी के लिये छापेमारी शुरू कर दी थी.