आत्मबल से ही साकार हो सकता है समर्थ भारत का सपना

बेतिया : स्वामी विवेकानंद सशक्त भारत समर्थ भारत के सबसे बड़े पैरोकार थे. उन्होंने न केवल भारतीय युवाओं मे उम्मीद की किरण जगायी थी. बल्कि पूरे विश्व को एकता के सुत्र बांधने का प्रयास किया था. मंगलवार को रामकृष्ण विवेकानंद विद्या मंदिर की मंझरिया शाखा में आयोजित स्वामी विवेकानंद के 153 वें जयंती सह राष्ट्रीय […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | January 13, 2016 3:49 AM

बेतिया : स्वामी विवेकानंद सशक्त भारत समर्थ भारत के सबसे बड़े पैरोकार थे. उन्होंने न केवल भारतीय युवाओं मे उम्मीद की किरण जगायी थी. बल्कि पूरे विश्व को एकता के सुत्र बांधने का प्रयास किया था. मंगलवार को रामकृष्ण विवेकानंद विद्या मंदिर की मंझरिया शाखा में आयोजित स्वामी विवेकानंद के 153 वें जयंती सह राष्ट्रीय युवा दिवस पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित करते हुए एलएस कॉलेज, मुजफ्फरपुर हिन्दी विभाग के डा. प्रमोद कुमार ने यह बात कही.

उन्होंने कहा कि भारत युवाओं का देश है और अब समय आ गया है कि हम स्वामी जी के बताये आर्दशों को आत्मसात करे. कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे एमजेके कॉलेज के प्रो. आरके चौधरी ने कहा कि स्वामी जी ने युवाओं के लिए संदेश दिया था उठी जागों और तब तक आगे बढ़ते रहो जब तक लक्ष्य की प्राप्ति न कर लो.

आज के परिवेश मे हमें इस मंत्र को अपनाने की जरूरत है. कार्यक्रम के दौरान राष्ट्रीय स्तर के योग प्रशिक्षक अशोक सरकार ने अपनी टीम के साथ योग की विभिन्न विद्याओं की जानकारी दी. इस अवसर पर विद्यालय प्रबंध की ओर से दर्जनों गरीबों के बीच कंबल वितरण व महाप्रसाद का वितरण किया गया. विद्यालय के निदेशक मदन बनिक ने कहा कि स्वामी जी का सपना समर्थ भारत के निर्माण का था. उनके इस सपने को साकार बनाने की जिम्मेदारी देश के प्रत्येक नागरिक की है.

तभी एक सशक्त व विकसित भारत का निर्माण संभव हो सकता है. कार्यक्रम के दौरान प्रो. बीएन चौबे, जगमोहन कुमार, दीपेंद्र वाजपेयी, सीताराम जी, राजेश मिश्र आदि ने भी स्वामी जी के कृतित्व व व्यक्तित्व पर प्रकाश डाला. इसके पूर्व विद्यालय के छात्रों द्वारा प्रभात फेरी निकाली गयी. मौके पर रमेश कुमार, अखिलेश अविनाशी, विनॉय बिट्टी, राजेश्वर मिश्र, भास्कर भौमिक, वाणी दास, रामचंद्र साह, नीरज तिवारी, लोकेश कुमार आदि मौजूद थे.

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