हिकमत फाउंडेशन की पहल पर कार्यशाला का आयोजन
मुर्गी पालन से किसानों में आयेगी आर्थिक समृद्धि लौरिया : चंपारण के किसान भी मुर्गी पालन कर अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार करेंगे़ धान, गेंहू एवं गन्ना की खेती से होने वाले उपजों के अलाभकारी साबित होने के बाद किसान किसी नए विकल्प की तलाश में थे़ किसानों का रूझान अब मुर्गी पालन एवं अंडा […]
मुर्गी पालन से किसानों में आयेगी आर्थिक समृद्धि
लौरिया : चंपारण के किसान भी मुर्गी पालन कर अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार करेंगे़ धान, गेंहू एवं गन्ना की खेती से होने वाले उपजों के अलाभकारी साबित होने के बाद किसान किसी नए विकल्प की तलाश में थे़ किसानों का रूझान अब मुर्गी पालन एवं अंडा उत्पादन की ओर हुआ है़
हिकमत फाउंडेशन इसके लिए किसानों को प्रोत्साहित करने काम कर रही है़ रविवार को हिकमत फाउंडेशन के तत्वाधान में लौरिया छोटी मस्जिद के पास मुर्गी पालन एवं अंडा उत्पादन पर कार्यशाला का आयोजन किया गया़ जिसकी अध्यक्षता विश्व बैंक के पूर्व अध्यक्ष तथा सुप्रसिद्ध अर्थशास्त्री सैयद गुलरेज होदा ने किया़
उन्होंने कहा कि परंपरागत खेती कर किसान देख चुके हैं. उनकी हालत सुधरने के बजाय दिन ब दिन बिगड़ती ही जा रही है़ देश में मुर्गी पालन प्रति वर्ष 8 से 10 प्रतिशत के दर से बढ़ रही है़ बावजूद इसके उत्पादन एवं उपलब्धता में भारी अंतर है़
मुर्गी पालन में तीसरा स्थान
मुर्गी पालन व्यवसाय में भारत जहां विश्व में तीसरा स्थान रखता है. वहीं बिहार देश में 14वां स्थान पर है़ पशु पालन विभाग के सेवानिवृत्त उप निदेशक डा़बी के मल्ल ने किसानों को कार्यशाला में बताया कि मुर्गी पालन के लिए कितनी जमीन तथा पूंजी की आवश्यकता होगी़
उन्होंने यह भी समझाया कि इतनी पूंजी में किसान किस प्रकार दूसरे कामों से ज्यादा आमदनी कर सकता है़ मंच का संचालन खुर्शीद आलम ने किया़ इस मौके पर अब्दुल हसनात, फैयाज आलम, अजीमुलहक, मु इस्कुल्लाह, सुहैल, प्रमोद ठाकुर, रवि मिश्र आदि उपस्थित रहे.