बेतिया : नेपाली हाथी ने रविवार को अहले सुबह मटिअरिया थाना क्षेत्र के कई गांवों में तबाही मचायी. कई घरों को क्षतिग्रस्त कर दिया. उसके डर से बनहवा मटिअरिया की पूर्व वार्ड सदस्य जानकी देवी (65) की मौत हो गयी.
जानकी देवी के पुत्र रतन मुसहर ने बताया कि सुबह 3 बजे हाथी के आने की सूचना मिली. उसके दहशत से गांव में भगदड़ मच गयी. वह भी भाग खड़ा हुआ. उसकी मां भागने में असमर्थ रही. रतन के अनुसार वह हाथी की चपेट में आ गयी. जिससे उसकी मौत हो गयी.
परिजनों ने मुआवजे की मांग को लेकर गांव में हंगामा भी खड़ा कर दिया. सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा व गोर्वद्धना रेंज के रेंजर अजय कुमार पहुंचे. गुस्साये लोगों को शांत कराया.
महिला के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा. इस संबंध में वाल्मीकि ब्याघ्र परियोजना के डीएफओ आलोक कुमार ने कहा कि जानकी की मौत हाथी के डर से हुई है. उसके शरीर किसी तरह के चोट का निशान नहीं मिला है. हाथी को नेपाल वापस भेजने में वन कर्मी लगे हुए हैं. हाथी ने सीमावर्ती क्षेत्र के आधा दर्जन गांवों में तबाही मचायी है. गौनाहां थाना के सेमरी डुमरी, हरकटवा व मटिअरिया थाना क्षेत्र के बनहवा मटिअरिया गांव में हाथी ने अपना कहर बरपाया.
हाथी ने सेमरी डुमरी गांव के काली महतो, रामचंद्र नाथ व चंदन महतो व हरकटवा में बली मुसहर व चंद्रदीप मुसहर का घर क्षतिग्रस्त कर दिया है. रेंजर अजय कुमार ने बताया कि सभी क्षतिग्रस्त लोगों की रिपोर्ट तैयार की जा रही है. आंकलन के बाद मुआवजा देने की कार्रवाई होगी.