कर. 2016-17 से नप क्षेत्र में टैक्स फ्री होनी थी साइकिल सवारी

साइकिल की सवारी पर अभी देना होगा टैक्स शहर की सड़कों पर साइकिल दौड़ाने वालों को अभी कुछ दिन और अपनी जेब ढीली करनी होगी. क्योंकि नगर विकास सह आवास विभाग ने साइकिल की सवारी को टैक्स फ्री करने पर अभी तक अपनी कोई सहमति नहीं दी है. जबकि स्थानीय नप प्रशासन इसे टैक्स फ्री […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | March 17, 2016 5:43 AM

साइकिल की सवारी पर अभी देना होगा टैक्स

शहर की सड़कों पर साइकिल दौड़ाने वालों को अभी कुछ दिन और अपनी जेब ढीली करनी होगी. क्योंकि नगर विकास सह आवास विभाग ने साइकिल की सवारी को टैक्स फ्री करने पर अभी तक अपनी कोई सहमति नहीं दी है. जबकि स्थानीय नप प्रशासन इसे टैक्स फ्री करने के प्रयास में लगा हुआ है.
बेतिया : शहर में साइकिल की सवारी करने वालों को इस वर्ष भी टैक्स देने पड़ सकता है. क्योंकि नगर विकास सह आवास विभाग के पार्षदों के साइकिल को टैक्स फ्री करने के प्रस्ताव पर अभी अपना मुहर नहीं लगाया है.
इस लिए 29 मार्च से 31 मार्च तक होने वाले सैरातों की बंदोबस्ती में साइकिल टिकट को भी शामिल किया गया है. नप इओ विपिन कुमार ने बताया कि इस प्रस्ताव के अनुमोदन नहीं मिलने के कारण इसे इस बार भी बंदोबस्ती में साइकिल टिकट को शामिल किया गया है.
जानकारी के अनुसार, 20 फरवरी को हुई बोर्ड की बैठक में सर्व सम्मति से यह प्रस्ताव पास किया गया कि वितिय वर्ष 2016-17 में साइकिल से टैक्स वसूली के लिए टेंडर भी नहीं किया जायेगा. पार्षदों ने पर्यावरण हित व मध्यम वर्गीय परिवारों के आर्थिक बजट को देखते हुए यह निर्णय लिया था.
सभापति व पार्षद अभिषेक ने उठाया था मुद्दा : 20 फरवरी को नप बोर्ड की बैठक में नप इओ विपिन कुमार ने जब प्रस्ताव रखा कि साइकिल की सवारी करने वालों से प्रति वर्ष जो टैक्स वसूला जाता है उसे फ्री करने का सुझाव डीएम का है. इसपर सभापति जनक साह व नगरपार्षद अभिषेक पांडेय ने सबसे पहले इसका समर्थन किया था.
इनका कहना था कि प्रतिवर्ष 50 रुपया साइकिल चालकों से टैक्स के रुप में लिया जाता है. इसमें ज्यादातर गांव से शहर में मजदूरी करने वाले मजदूर व कॉलेज के छात्र होते है. इस लिए इस टैक्स को फ्री करते हुए नप इस आय को दूसरे क्षेत्र से इस क्षति पूर्ति को पूरा करेंगी.

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