बगहाः वाल्मीकिनगर के भरिआनी सरेह में तीन दिनों से घायल गैंडा शावक को पकड़ने के वन विभाग की सारी तरकीब फेल हो गयी. अब घायल गैंडा शावक को पकड़ने के लिए असम के काजीरंगा से एक्सपर्ट बुलाये जा रहे हैं.
वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के वन निदेशक संतोष तिवारी ने बताया कि नेपाल से आये घायल गैंडा शावक को पकड़ने के लिए जाल लगाया गया था. यह तरकीब सफल नहीं हो सकी. गैंडा चरघरिया गांव के सरेह से स्थान परिवर्तित कर जंगल की ओर आ गया है. वन कर्मियों को गैंडा की निगरानी करने के लिए लगाया गया है.
गैंडा को भाला मारने की आशंका . एक सप्ताह से मेहमान गैंडा शावक भरिआनी गांव के समीप सरेह में डेरा जमाये हुए था. गैंडा ने किसानों के खेत में लगी फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया था. इस बीच मंगलवार की सुबह गैंडा को घायल किये जाने की सूचना मिली. सोमवार की रात गैंडा को किसी ने भाला मारकर घायल कर दिया.
नेपाल बार्डर पर पहुंचा हाथी . एक सप्ताह से वाल्मीकि व्याघ्र परियोजना के जंगल से सटे गांवों में उत्पात मचा रहा नेपाली हाथी गुरुवार को बार्डर के समीप पहुंच गया. वन निदेशक संतोष तिवारी ने बताया कि हाथी नेपाल से आकर टाइगर रिजर्व के जंगल एवं आसपास के गांवों में काफी तबाही मचाये हुए था. उसको पुन: नेपाल के जंगल में खदेड़ने के लिए पश्चिम बंगाल के बांकुड़ा से एक्सपर्ट बुलाये गये हैं. डीएफओ नंद किशोर के नेतृत्व में बांकुड़ा से आयी एक्सपर्ट की टीम जंगल में हाथी की गतिविधि पर नजर रखे हुए है. हाथी फिलवक्त नेपाल बार्डर के आसपास है. उन्होंने ग्रामीणों से अफवाह नहीं फैलाने की अपील की.