बेतियाः नयी उम्मीदों के साथ नये साल का आगमन हो रहा है. नगर का विकास कैसा हो, इस पर पेश है इंजीनियर, नप सभापति, नप उपसभापति व पूर्व नप सभापति का नजरिया-
नप के जेइ सह आर्किटेक्ट प्रियरंजन का कहना है कि अपना शहर बहुत पुराने समय से बसा हुआ है. जिससे सड़क, पानी व नाला की समस्या का अंत नहीं हो सकता है. जरूरी है शहर को बेंच मार्क मापदंड के माध्यम से बसाया जाये. सरकार इसके लिए कठोर कदम उठाये और इसे लागू तभी नाला व सड़क की समस्या से निजात मिल सकता है. बेंच मार्क के मापदंड के अनुसार शहर की लेबलिंग, मुहल्ला में पार्क, सीवर की रुपरेखा आसानी से तैयार की जा सकती है. वहीं नगरवासी अपना घर बनाते वक्त घर के आगे थोड़ी जगह छोड़े. जिससे पार्किग की समस्या नहीं खड़ा होगी.
बने दोहरी सड़क
नप सभापति जनक साह ने बताया कि शहर में सिंगल रोड की व्यवस्था है. जिससे आय दिन जाम की समस्या उत्पन्न होती है. इससे निजात के लिए नये वर्ष में नगर की सभी सड़कों को दोहरीकरण करने का प्रयास किया जायेगा. बरसात के दिनों में सड़कों पर गंदा पानी बहने लगता है. उसका मुख्य कारण है नालों में कूड़ा-कचरा का भर जाना. इसलिए कूड़ा की समस्या से निबटने के लिए कचरा प्रबंधन की योजना बन गयी है. उसे नये साल में लागू भी कर दिया जायेगा.
व्यवस्था हो आधुनिक
नप उपसभापति जाहिदा खातून ने कहा कि बेतिया शहर की मुख्य सड़कें व चौक-चौराहों को आकर्षक ढंग से सजाया जायेगा. कूड़ा-कचरा से निजात के लिए आधुनिक तरीका अपनाया जायेगा.
नप में अब संसाधन की कमी नहीं है. नये साल की शुरुआत भी नये ढंग से की जायेगी. सभी वार्ड जमादार को भी साफ-सफाई के लिए प्रशिक्षण की भी व्यवस्था होगी. प्रत्येक वार्ड पार्षद को एक -एक वाहन भी नये साल उपलब्ध कराने की योजना है. ताकि सभी वार्ड में सफाई की व्यवस्था दुरुस्त हो सके.
बंद हो तांगा परिचालन
पूर्व नप सभापति जगदीश केशान ने बताया कि आज के आधुनिक युग में भी बेतिया ही एक ऐसा शहर है, जहां तांगा का परिचालन शहर में हो रहा है. यह एक बड़ी समस्या है. इससे ट्रैफिक की समस्या उत्पन होती है.
वहीं अगर कोई सड़क पर दुर्घटना हो जाती है तो घोड़ा के मल-मूत्र से दुर्घटना ग्रस्त व्यक्ति की हालत और गंभीर हो जाती है. वहीं सड़क पर गंदगी का भी अंबार लग जाता है. इससे नगर की सड़कें चकाचक नहीं दिखती हैं. नये वर्ष में नप ऐसी कोई योजना तैयार करें. जिससे इस पर रोक लग जाये.