कागजों पर चल रहे बैरिया के चार आंगनबाड़ी केंद्र
बेतियाः बैरिया पंचायत के चार आंगनबाड़ी केंद्र ऐसे हैं, जिनका कोई अता-पता नहीं है. इसका संचालन कई वर्षो से सिर्फ कागजों में ही होता आ रहा है. यह मामला है प्रखंड के बैजुआ पंचायत का. इसका खुलासा विगत दिनों उपविकास आयुक्त के औचक निरीक्षण से हुआ. डीडीसी जवाहर प्रसाद ने बताया कि पंचायत में चार […]
बेतियाः बैरिया पंचायत के चार आंगनबाड़ी केंद्र ऐसे हैं, जिनका कोई अता-पता नहीं है. इसका संचालन कई वर्षो से सिर्फ कागजों में ही होता आ रहा है. यह मामला है प्रखंड के बैजुआ पंचायत का. इसका खुलासा विगत दिनों उपविकास आयुक्त के औचक निरीक्षण से हुआ. डीडीसी जवाहर प्रसाद ने बताया कि पंचायत में चार आंगनबाड़ी केंद्र हैं. लेकिन कहां चलता है, उस पंचायत के ग्रामीणों को भी इस बारे में जानकारी नहीं है.
इतना ही नहीं हर माह केंद्रों के संचालन के लिए सेविका व सहायिका को राशि भी बाल विकास परियोजना पदाधिकारी को दिया जा रहा है. प्रतिमाह इन केंद्रों पर लाखों रुपये खर्च हो रहा है. डीडीसी ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए तत्काल सीडीपीओ बैरिया को निलंबित भी कर दिया है. वहीं जिलाधिकारी के पास केंद्र के सेविका व सहायिका को भुगतान किये राशि वसूली के लिए भी लिखा है. जानकारी के अनुसार डीडीसी ने पंचायत की जांच नदी पार कर किया था. क्योंकि बैजुआ पंचायत में जाने के लिए कोई पुल व अन्य मार्ग नहीं है. जिससे इस पंचायत में कोई अधिकारी भी नहीं जाते हैं.
नहीं आते हैं डॉक्टर
बैजुआ पंचायत में उप स्वास्थ्य केंद्र की भी हालत भी खराब है. यहां पर पदस्थापित बुनियादी स्वास्थ्य कार्यकर्ता भी डय़ूटी करने नहीं जाते हैं. डीडीसी ने जब इस संबंध में ग्रामीणों से पूछा तो उन लोगों ने बताया कि बीएसडब्लू भी नहीं आते हैं. जबकि इस उप स्वास्थ्य केंद्र के लिए एक बीएसडब्लू की भी प्रतिनियुक्ति की गयी है.