बेतिया : खरमास खत्म हो गया है. मंगल की बेला आ गयी है. इसके साथ ही एक माह से वैवाहिक कार्यक्रमों पर लगा ब्रेक भी हट गया हैं. शनिवार से लगन शुरू हो रही है. नतीजा अब फिर शादियों की धूम होगी. बैंड-बाजा व बरात में जाने के अवसर मिलेंगे. ज्यातिषाचार्य पंडित दिवाकर त्रिपाठी के मुताबिक,
इस साल अब 24 दिन लग्न बचे हैं. जिसमें अप्रैल माह में सबसे अधिक मुहुर्त हैं. इसके बाद मई-जून माह में शुभ लग्न नहीं हैं. केवल अक्षय तृतीया पर नौ मई को अबूझ मुहुर्त हैं. जुलाई में दो दिनों के लगन के बाद चार माह तक हरिशयन के चलते शादी-विवाह नहीं होंगे. फिर नवंबर व दिसंबर में ही शहनाई की गूंज सुनाई देगी.