हंगामा. आवेदन देने थाने पहुंचे विधायक को पुलिस ने रोका
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जब एफआइआर नहीं, तो क्यों रोक रहे विधायक को?
हंगामा. आवेदन देने थाने पहुंचे विधायक को पुलिस ने रोका नरकटियागंज विधायक विनय वर्मा की मुश्किलें बढ़ गयी हैं. एक स्ट्रिंग में विधायक की ओर से शराब रखे जाने के दावे पर प्रशासन ने शिकंजा कस दिया है. विधायक आवास पर छापेमारी की दिनभर इलाके में चर्चा होती रही. शिकारपुर स्टेट से ताल्लुक रखनेवाले विनय […]
नरकटियागंज विधायक विनय वर्मा की मुश्किलें बढ़ गयी हैं. एक स्ट्रिंग में विधायक की ओर से शराब रखे जाने के दावे पर प्रशासन ने शिकंजा कस दिया है. विधायक आवास पर छापेमारी की दिनभर इलाके में चर्चा होती रही. शिकारपुर स्टेट से ताल्लुक रखनेवाले विनय वर्मा हालांकि इलाके में रहे. वो थाने में सफाई देने पहुंचे, जहां उत्पाद अधीक्षक ने उन्हें रोकने की कोशिश की, लेकिन वो प्राथमिकी नहीं दर्ज होने का हवाला देकर थाने से निकल गये. इस दौरान समर्थकों ने विधायक के समर्थन में नारेबाजी की.
बोले विधायक
स्टिंग में मेरी बातों को तोड़-मरोड़ कर रखा
जनता कह दे कि मैं शराबी, सजा को तैयार
स्टिंग साजिश का हिस्सा, छवि धूमिल करने का प्रयास
नरकटियागंज : स्टिंग के दावे के खिलाफ मंगलवार को आवेदन देने शिकारपुर थाना पहुंचे विधायक विनय वर्मा को पुलिस ने रोक लिया. विधायक को रोक कर वहां मौजूद उत्पाद अधीक्षक व एसडीपीओ ने पूछताछ शुरू कर दी. मीडियाकर्मियों को वहां से हटा दिया गया. यह देख विधायक समर्थक भड़क उठे. पुलिस की ओर बिना कोई एफआइआर के विधायक के रोके जाने को लेकर समर्थकों ने थाना परिसर में ही हंगामा शुरू कर दिया.
समर्थकों का कहना था कि जब विधायक पर कोई एफआइआर नहीं है, तो क्यों उन्हें रोका जा रहा है, इसी बीच विधायक अपनी गाड़ी मे आकर बैठ गए़ विधायक को गाड़ी मे बैठता देख उत्पाद अधीक्षक राकेश कुमार एवं एसडीपीओ अमन कुमार ने विधायक से रु कने का अनुरोध किया़ जिस पर विधायक ने कहा कि उन्हें किसी जरूरी काम से जाना है़ जरूरत पड़ने पर वह स्वयं थाना आ जायेंग़े तब तक विधायक समर्थकों ने पुलिस के अनुरोध को धता बताते हुए विधायक की गाड़ी को थाना परिसर से बाहर निकाल दिया़
उत्पाद अधीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि हम उन्हें गिरफ्तार करना नहीं चाहते थ़े
शराब संबंधी एक टीवी चैनल पर चले स्ट्रिंग ऑपरेशन संबंधी मामले की पुछताछ की जा रही थी़ इधर विधायक विनय वर्मा ने फोन पर बताया कि एक टीवी चैनल द्वारा उनके साक्षत्कार को तोड़ मरोड़ कर दिखाया गया है़ इसकी शिकायत लेकर मै ंअपने वकील के साथ शिकारपुर थाना गया था़ पुलिस द्वारा मेरे आवेदन को ले लिया गया़ मगर उसका रिसिविंग नहीं दिया गया है़ मुङो जरूरी काम से क्षेत्र में निकलना था.
मगर उत्पाद विभाग के अधिकारी मुङो रोकना चाहते थे, जबकि मेरे ऊपर कोई एफ आइआर नहीं था. उस स्थित में मुङो आखिर क्यों रोका जा रहा था़ उन्होंने बताया कि सोमवार की देर रात मेरे घर पर पुलिस एवं उत्पाद विभाग द्वारा छापामारी की गई़
मगर छापामारी के दौरान उनके घर से कोई शराब की बोतल बरामद नहीं हुई है.
गिरफ्तारी का आदेश नहीं: एसडीपीओ अमन कुमार ने बताया कि विधायक की गिरफ्तारी का कोई आदेश उन्हें नहीं मिला है. थाने में विधायक से शराब मामले को लेकर पूछताछ की जा रही थी, लेकिन उनके समर्थकों की ओर से हंगामा किया गया.
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