शिक्षक की नौकरी छोड़ पंसस पद पर निर्वाचित हुए वीरेंद्र
चनपटिया : शिक्षक की नौकरी छोड़ पंचायत चुनाव में पंसस पद पर निर्वाचित वीरेंद्र मांझी का सपना प्रखंड प्रमुख बन समाज सेवा करना है़ वीरेंद्र प्रखंड के सिरिसिया वार्ड नंबर सात निवासी हरिनारायण मांझी के पुत्र है़ जो प्राथमिक विद्यालय सिरिसिया अड्डा में पंचायत शिक्षक के रूप में कार्यरत थे़ श्री मांझी ने पूर्व में […]
चनपटिया : शिक्षक की नौकरी छोड़ पंचायत चुनाव में पंसस पद पर निर्वाचित वीरेंद्र मांझी का सपना प्रखंड प्रमुख बन समाज सेवा करना है़
वीरेंद्र प्रखंड के सिरिसिया वार्ड नंबर सात निवासी हरिनारायण मांझी के पुत्र है़ जो प्राथमिक विद्यालय सिरिसिया अड्डा में पंचायत शिक्षक के रूप में कार्यरत थे़ श्री मांझी ने पूर्व में भी शिक्षा मित्र से त्यागपत्र देकर पंचायत चुनाव लड़ा था और मुखिया पद पर निर्वाचित होकर पांच साल पंचायत की सेवा की़ वे 2003 से 2006 तक शिक्षक रहे़ 2006 में मुखिया बने़ 2011 में वे दुबारा मुखिया का चुनाव हार गये़
पुन: टीइटी की परीक्षा पास कर शिक्षक बने और इधर अप्रैल माह में फिर से शिक्षक की नौकरी से त्यागपत्र देकर पश्चिम तुरहापट्टी से पंसस का चुनाव लड़े और निर्वाचित हुए है़ नौकरी छोड़कर पंचायत की राजनीति में आने के बारे में मांझी बताते है कि शुरू से ही उनके मन में नेतृत्व की भावना रही है और इसी भावना से वे चुनाव लड़े़ वे आगे बताते है कि हमारा उद्देश्य प्रखंड प्रमुख बन समाज सेवा, क्षेत्र का विकास करने के साथ ही समुदाय का नाम ऊंचा करना है़ बहरहाल परिणाम जो हो लेकिन श्री मांझी प्रखंड प्रमुख के लिए अपना दावेदारी ठोक चुके है़ं
वे कहते है कि अपनी शिक्षा एवं योग्यता के बल पर समाज में एक अलग पहचान बनाना चाहता हूं जाने वाली पीढ़ी के लिए मिसाल है़ विदित हो कि प्रखंड प्रमुख का पद अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है और श्री मांझी इसी वर्ग से आते है़ं