स्कूली बच्चों ने खुद भरा गड्ढा

बेतिया : वनी के जानलेवा गढ्ढों को भरने की शिकायत के बाद भी अफसरों ने टालमटोल की और दिलचस्पी नहीं दिखाई तो स्कूली बच्चों ने खुद गढ्ढों को भर आइना दिखा दी़ हाथ में फावड़ा लेकर मजदूरों के साथ पहुंचे सत माइकेल, एडीपीएस व पैरामाउंट स्कूल के बच्चों ने दो घंटे में ही सड़‍क के […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 21, 2016 7:17 AM

बेतिया : वनी के जानलेवा गढ्ढों को भरने की शिकायत के बाद भी अफसरों ने टालमटोल की और दिलचस्पी नहीं दिखाई तो स्कूली बच्चों ने खुद गढ्ढों को भर आइना दिखा दी़ हाथ में फावड़ा लेकर मजदूरों के साथ पहुंचे सत माइकेल, एडीपीएस व पैरामाउंट स्कूल के बच्चों ने दो घंटे में ही सड़‍क के गढ्ढों में ईंट का टुकड़ा व मिट्टी भर उसे समतल बना दिया, साथ ही जमकर शाबादी लूटी़ गौरतलब हो कि शहर के छावनी में सड़क पूरी तरह से गढ्ढों में तब्दील हो चुकी थी़ इसको लेकर आये दिन दुर्घनाएं होती रहती थी़ राहगीर घायल होते थे़

यहां पर रोज लगने वाले जाम का दूसरा प्रमुख वजह भी यही गढ्ढे थे़ इससे राहगीरों को परेशानी तो होती ही थी, सबसे अधिक दिक्कत स्कूली बच्चों को होती थी़ कभी-कभी तो चार-चार घंटे स्कूली बस यहां जाम में फंसे राह जाते थे़ इसको लेकर तमाम आंदोलन भी हुए़ शिकायतें भी हुई, लेकिन न तो नप के कान पर जू रेंगा और न ही अफसरों ने सुनवाई की़ नतीजा इसपर पहल करते हुए स्थानीय संत माइकेल एकेडमी के निदेशक इमानुएल शर्मा, आवासीय दिल्ली पब्लिक स्कूल के निदेशक मुन्ना तिवारी व पैरामाउंट के निदेशक संजय राय ने आपसी सहमति व सहयोग से इन गढ्ढों को भरने का प्लान बनाया़ ईंट मंगवाई गई़

रविवार का दिन तय हुआ और फिर सुबह आठ बजे ही बच्चों को लेकर संत माइकेल के प्रबंध निदेशक प्रतीक एडवीन, पैरामाउंट के सत्येंद्र राम व डीपीएस के प्राचार्य छावनी पहुंच गये़ आर्मी के जवानों की तरह स्कूली बच्चों ने गढ्ढों में ईंट भरने का कार्य किया़

तीन घंटे बाद ही सड़क की सूरत बदल गई़
लोगों ने की सराहना
तीनों स्कूलों व उनके बच्चों द्वारा छावनी के गढ्ढे भरे जाने की शहरवासियों ने सराहना की़ बताया कि छावनी के गढ्ढों को देख हर कोई सरकार व प्रशासन को दोषी ठहराता था, किसी ने पहल नहीं की़ लेकिन, आज स्कूली बच्चों का यह मेहनत रंग लाया़
शहर के छावनी का मामला, आये दिन इन जानलेवा गड्ढों में फंसकर घायल होते थे राहगीर- रोज लगता था जाम
तीन घंटे में ही बदल गयी छावनी की सूरत, गढ्ढों की जगह दिखी समतल सड़क
संत माइकेल, आवासीय दिल्ली पब्लिक स्कूल व पैरामाउंट के बच्चों ने श्रमदान कर भरा गड्ढों को

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