बैरिया : टॉफी बिक्रेता संजीव कुमार की महज पांच दिन बाद शनिवार को सगाई होने वाली थी. पूरा परिवार सगाई के तैयारी में जुटा था. घर में खुशियों का माहौल था. रिश्तेदार भी आ गये थे. मंगल गीत गाये जा रहे थे. लेकिन इससे पहले हीं संजीव की हत्या ने परिवार के अरमान तोड़ दिये. खुशियां मातम में बदल गयीं. मंगल गीत की जगह चित्कार मच गया.
बेटे के मौत पर अस्पताल में विलख रहे पिता मदन प्रसाद ने बताया कि संजीव की शादी पूर्वी चंपारण जिले के पहाड़पुर थाना के नोनिया पकडिया निवासी अशोक प्रसाद की पुत्री पिंकी से शादी तय हुई थी. पूजाई के लिए 25 जुलाई की तिथि मकर्रर हुई थी. लेकिन लूटपाट की घटना को अंजाम देने के बाद अपराधियों ने संजीव का गला घोंट कर हत्या कर दिया.
कमाऊ पूत था संजीव, पिता दुकान पर करते हैं काम
नहर के किनारे मृत मिला संजीव का परिवार गरीब तबके का था़ पिता मदन प्रसाद शहर में किसी दुकान पर रहकर काम करते है़ं ऐसे में परिवार की आर्थिक स्थिति देख बड़ा बेटा होने के नाते संजीव ने अपनी जिम्मेवारी संभाली और टॉफी बेचने का व्यवसाय शुरू कर दिया़ थोड़े ही समय में संजीव अच्छा पैसा कमाने लगा था़ छोटे भाई राजू को भी संजीव ने शहर में दुकान पर काम में लगवा दिया था़ पूरे परिवार में खुशियां थी़
हत्या की वजहों को तलाश रही पुलिस
संजीव की हत्या की असली वजह अभी तक पता नहीं चल सकी है़ लूटपाट में संजीव की हत्या करने की बात सामने आ रही है, लेकिन पुलिस के दिमाग में यह सवाल कौंध रहा है कि संजीव के पास इतने पैसे नहीं थे कि लूट के इरादे से उसकी हत्या कर दी जाये़ इधर, परिजनों ने किसी से दुश्मनी या रंजिश होने की बात से इंकार किया है़ ऐसे में पुलिस हत्या के वजहों को तलाशने में जुटी है़
25 जुलाई को पहाड़पुर थाने के नोनिया पकड़िया के अशोक प्रसाद की पुत्री से होनी थी सगाई
मदन का बेटे की शादी रचाने का सपना नहीं हो सका साकार