दलित छात्रों की पिटाई के विरोध में प्रदर्शन
आक्रोश. छात्रों ने मुख्यमंत्री को बताया तानाशाह व छात्र विरोधी उच्च शिक्षा में सुधार की जगह दबायी जा रही छात्रों की आवाज एबीवीपी ने एमजेके कॉलेज में पटना में छात्रों पर लाठीचार्ज का किया विरोध बेतिया : आरक्षण व छात्रवृत्ति कटौती के विरोध में पटना में प्रदर्शन कर रहे दलित व महादलित छात्रों पर हुई […]
आक्रोश. छात्रों ने मुख्यमंत्री को बताया तानाशाह व छात्र विरोधी
उच्च शिक्षा में सुधार की जगह दबायी जा रही छात्रों की आवाज
एबीवीपी ने एमजेके कॉलेज में पटना में छात्रों पर लाठीचार्ज का किया विरोध
बेतिया : आरक्षण व छात्रवृत्ति कटौती के विरोध में पटना में प्रदर्शन कर रहे दलित व महादलित छात्रों पर हुई बरबरतापूर्ण पुलिसिया कार्रवाई के विरोध में गुरुवार को छात्र संगठन सड़क पर उतर आये. पटना में हुई कार्रवाई के विरोध में छात्रों ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला दहन कर विरोध जताया.
अखिल भारतीय विद्यार्थी के छात्रों ने शहर के महारानी जानकी कुअंर महाविद्यालय में लाठी चार्ज के विरोध में सीएम का पुतला फूंका. प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे एबीभीपी के राष्ट्रीय कार्यकारी परिषद सदस्य धनरंजय कुमार उर्फ गुड्डू कुशवाहा ने कहा कि पटना में दलित व महादलित छात्रों पर की गयी पुलिसिया कार्रवाई सरकार के तानाशाह रवैये व बरबरता का परिचायक है.
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की नीति हमेशा हीं छात्र विरोधी रही है. सरकार अपनी इस कुकृत्य से दलित छात्रों की मांग को बलपूर्वक दबाना चाहती है. जिला संयोजक अविनाश कुमार ने घटना की निंदा करते हुए दोषी पुलिस कर्मियों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की. कहा कि सरकार यदि छात्रवृत्ति कटौती का आदेश वापस नहीं लेती है,तो एबीभीपी सड़क से सदन तक आंदोलन करेगा.
पुतला दहन के दौरान परिषद सदस्यों ने सरकार विरोधी नारेबाजी की. कहा कि सूबे में उच्च शिक्षा की हालत बद-से-बत्तर है. इसमें सुधार के बजाय सरकार छात्रों के प्रति दमनकारी नीतियों को अपना रही है. प्रदर्शन में आनंद कुमार, सुजीत कुमार, विशाल मिश्र, रवि पटेल, राहुल पांडेय, आर्यन अग्निहोत्री, मुकेश पासवान, विकास सिंह, राजकुमार मांझी, श्रीराम पटेल आदि शामिल रहे.