आइसीयू के उपकरण हो रहे बेकार

दस साल बाद भी नहीं चालू हुआ आइसीयू बेतिया : स्वास्थ्य विभाग ने मरीजों बेहतर सुविधा मुहैया कराने के लिए गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज सह एमजेके अस्पताल परिसर में आइसीयू भवन का निर्माण कराया है़ भवन का शिलान्यास वर्ष 2006 में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री चंद्रमोहन राय ने किया था़ लेकिन अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 26, 2016 1:02 AM

दस साल बाद भी नहीं चालू हुआ आइसीयू

बेतिया : स्वास्थ्य विभाग ने मरीजों बेहतर सुविधा मुहैया कराने के लिए गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज सह एमजेके अस्पताल परिसर में आइसीयू भवन का निर्माण कराया है़
भवन का शिलान्यास वर्ष 2006 में तत्कालीन स्वास्थ्य मंत्री चंद्रमोहन राय ने किया था़ लेकिन अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण आइसीयू का संचालन अब तक शुरू नहीं किया जा सका़ आईसीयू के निर्माण के लिए सरकार ने लाखों रूपया खर्च कर चुकी है़ उसके बाद भी आईसीयू का लाभ मरीजों को नहीं मिल रही है़ जब भी एमसीआई की टीम मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण करने पहुंचती है तो केवल आईसीयू को खोल जांच के लिए आयी एमसीआई टीम को दिखा दी जाती है़
आईसीयू का संचालन करने के लिए कॉलेज प्रशासन ने डॉक्टरा व स्वास्थ्य कर्मियों को भी तैनात किया गया है़ लेकिन आईसीयू बंद रहने के चलते कोई भी डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी आइसीयू में नहीं मिलते है.जबकि अस्पताल के आइसीयू में कार्य करने के लिए चिकित्सकों का रोस्टर भी बना दिया गया है तथा आइसीयू के लिए एमजेके अस्पताल में प्रशिक्षित ए ग्रेड जीएनएम भी तैनात है़
आईसीयू को खोलने के लिए डीएम ने भी दिया था निर्देश
जिलाधिकारी लोकेश कुमार सिंह ने मई 2016 को रोगी कल्याण समिति की बैठक में कॉलेज प्रशासन व अस्पताल प्रशासन को आइसीयू संचालित करने का निर्देश दिया था़ डीएम ने निर्देश दिया था कि आईसीयू में जो भी उपकरणों की कमी है उसे हर हाल में पूरा करते हुए जल्द से जल्द आइसीयू को संचालित किया जाये़ बावजूद डीएम के आदेश को ताख पर रखते हुए मेडिकल प्रसाशन व अस्पताल प्रशासन ने आइसीयू को बंद रखा़ वहीं जिलाधिकारी के अलाव मंत्री से लेकर सांसद व विधायक भी अस्पताल में आईसीयू संचालन करने की बात कही थी़
कुत्ते की सूई देने की जगह बना आइसीयू
अस्पताल प्रशासन द्वारा कुत्ते के काटने के बाद मरीजों को दी जाने वाली रैबीज की सूई आइसीयू में ही बना लिया गया है़ आइसीयू संचालित नहीं होने से इसमें पड़ी सारे इमरजेंसी उपकरण बेकार पड़े हुए है़ साथ ही आइसीयू में साफ-सफाई समय पर नहीं होने पर दिन पर दिन गंदगी बढ़ती जा रही है़
आइसीयू की छत से टपकता है बारिश का पानी
आइसीयू भवन का निर्माण गुणवत्ता पूर्ण नहीं होने के चलते बरसात के दिनों में छत से बारिश का पानी टपकते रहता है़ जिसके चलते आईसीयू में रखे कई कीमती उपकरण खराब होने का डर बना हुआ है़
आइसीयू संचालन करने के लिए प्राचार्य से बात की जायेगी़ जल्द आइसीयू को संचालन किया जायेगा़
डाॅ एचएम झा, अस्पताल अधीक्षक, एमजेके अस्पताल

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