नरकटियागंज : नगर के पुरानी बाजार में दलित युवती का अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैक मेल करने के मामले में एक नया खुलासा पुलिस ने किया है.
पुलिस ने इस बात का खुलासा किया है कि युवती के पैर में जो गोली मारी गयी थी उसका एक छर्रा अभी भी उसके पैर में है तथा मेडिकल रिपोर्ट में दुष्कर्म करने का मामला भी सत्य पाया गया है. विदित हो कि 24 जुलाई को पुरानी बाजार निवासी तौकीर आलम को पुलिस ने गिरफ्तार किया था.
इस संबंध में पुरानी बाजार निवासी एक दलित युवती ने शिकारपुर थाना में प्राथमिकी दर्जकर आरोप लगाया था कि उसके साथ आरोपी ने दुष्कर्म कर उसका अश्लील वीडियो बनाकर उसके पिता को ब्लैक मेल कर रहा था. युवती ने यह भी बताया था कि जब उसने वीडियो बनाने से मना किया तो युवक ने उसके पैर में गोली मार दी थी.
हालांकि इस मामले में पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है. गिरफ्तार आरोपी के निशानदेही पर लंगड़ा दिउलिया गांव निवासी मुन्ना मियां के घर से दो बंदूक तथा भारी मात्रा में गोली बरामद किया था. तब कि मुन्ना मियां फरार हो गया था. शिकारपुर थानाध्यक्ष विनोद कुमार सीह ने बताया कि मेडिकल रिपोर्ट न्यायालय को सौंपी जा रही है. वहीं मुन्ना की गिरफ्तारी के लिए पुलिस छापामारी कर रही है.
रंगदारी मांगने का मामला निकला झूठा : नरकटियागंज . नगर के धर्मशाला रोड निवासी एक व्यवसायी से रंगदारी मांगने का मामला झूठा निकला है. इसका खुलासा शिकारपुर पुलिस ने कर लिया है. इसकी जानकारी देते हुए मामले के जांचकर्ता एएसआई बीरेन्द्र सिंह ने बताया कि व्यवसायी के मोबाइल पर बात करने वाला व्यक्ति व्यवसायी का पूर्व परिचित है. वह बोर्ड की परीक्षा देने के लिए व्यवसायी के घर पर किरायेदार के रूप मे रहता था. उन्होंने बताया कि फोन पर गाली देने वाला युवक मर्जदवा गांव निवासी 16 वर्षीय माजीद अली है.
माजिद अली ने पुलिस को बताया कि वह व्यवसायी दुर्गेश गुप्ता के घर पर किराये पर रह रहा था. इसी बीच एक कुर्सी उससे टूट गयी. कुर्सी टूटने के एवज मे पैसा देने के लिए उसके पास पैसा नही था. मकान छोड़ देने के बाद वह खरीदारी करने के लिए नरकटियागंज बाजार आया हुआ था. उस समय मकान मालिक दुर्गेश गुप्ता ने उसको पकड़कर पैसे के लिए काफी बेइज्जत किया था. जिसके बाद उसने उक्त व्यवसायी को फोन पर गाली दिया था. शिकारपुर थानाध्यक्ष विनोद कुमार सिंह ने बताया कि रंगदारी मांगने एवं रंगदारी नही देने पर बेटी को उठा लेने की धमकी गलत थी. मकान मालिक भली भांति जानता था कि उसके किरायेदार ने उसको फोन पर गाली दिया है. यह बात जांच मे स्पष्ट हो गया है. उन्होंने बताया कि इस मामले में दोनों पक्ष आपस में सुलह कर लिए हैं.