बेतिया रेलवे स्टेशन को ग्रेड ‘ए’ स्टेशन का दर्जा प्राप्त है. यहां सफाई व्यवस्था का पटरी से उतरी हुई है. स्टेशन परिसर में गंदगी का अंबार है. कूड़े से दुर्गंध भी आती है. यात्री कूड़े-कचरे के बीच यात्रा करने को विवश हैं. सबसे बुरा हाल प्लेटफाॅर्म संख्या दो का है, जबकि प्रतिमाह 43 हजार सफाई पर रेलवे प्रशासन खर्च करता है.
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कूड़े में जा रहा 43 हजार, प्लेटफॉर्म पर फैली गंदगी गंदगी
बेतिया रेलवे स्टेशन को ग्रेड ‘ए’ स्टेशन का दर्जा प्राप्त है. यहां सफाई व्यवस्था का पटरी से उतरी हुई है. स्टेशन परिसर में गंदगी का अंबार है. कूड़े से दुर्गंध भी आती है. यात्री कूड़े-कचरे के बीच यात्रा करने को विवश हैं. सबसे बुरा हाल प्लेटफाॅर्म संख्या दो का है, जबकि प्रतिमाह 43 हजार सफाई […]
बेतिया : अन्य ग्रेड ‘ए’ रेलवे स्टेशनों की तरह बेतिया स्टेशन को चकाचक रखने की व्यवस्था रेलवे प्रशासन किया हुआ है. स्टेशन परिसर में गंदगी व कूड़ा नहीं फैले इसके लिए तीनों वक्त सफाई जरूरी की गयी है.
सफाई व्यवस्था पर रेलवे प्रशासन प्रतिदिन रेलवे 1415 रुपये यानी एक माह में कुल 42 हजार 450 रुपए खर्च कर रहा है. लेकिन स्टेशन परिसर में कूड़े-कचरा व गंदगी का अंबार लगा रहता है. कूड़ों की सड़ांध से लोगों को जीना मुहाल रहता है. गंदगी व कूड़ों की बदबू के बीच बेतिया रेलवे स्टेशन से यात्री करने की विवशता है. आलम तो यह रहता है कि स्टेशन परिसर में प्रवेश करते ही यात्रियों को नाक पर कपड़ा या रुमाल रखना पड़ता है.
यात्रियों को होने वाली परेशानी से रेलवे प्रशासन अंजान बना हुआ है.
प्लेटफाॅर्म संख्या-2 की हालत और भी खराब : बेतिया रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म संख्या-2 की हालत और भी खराब है.
एक तो यहां आधे पर छज्जा है,तो आधा खुला हुआ है. गरमी व बरसात के दिनों में यात्रियों को भारी परेशानी होती है. जबकि यहां कूड़े-कचरा व गंदगी का अंबार लगा रहता है. इसके अलावे इसके सटे रैक प्लाइंट होने के कारण गंदगी ज्यादा लगती है व यात्री ज्यादा परेशान रहते हैं.
चारों तरफ गंदगी व पान की पीक से होना पड़ता दो-चार : स्टेशन का कोई भी ऐसा क्षेत्र नहीं है, जहां गंदगी व पान की पीक नहीं फेंका मिल जाय. यात्रियों को सबसे पहले टिकट खिड़की से इन गंदगी से दो-चार होना पड़ता है, उसके बाद स्टेशन परिसर का. यूं तो स्टेशन परिसर में कूड़ादान लगाया गया है, लेकिन कूड़ेदान की संख्या पर्याप्त नहीं होने के कारण कूड़ा-कचरा पसरा रहता है़
सफाई व्यवस्था का लेखा-जोखा
प्रतिदिन सफाई पर कुल खर्च : " 1415
सफाई की व्यवस्था : तीनों वक्त
सफाई में लगे कर्मियों की संख्या: 06
स्टेशन की साफ-सफाई निजी फंड से करायी जा रही है़ जल्द ही साफ-सफाई के लिए विभाग द्वारा संविदा निकाला जायेगा़ ताकि सफाई व्यवस्था को पटरी पर लाया जा सके.
विनय कुमार श्रीवास्तव, स्टेशन अधीक्षक बेतिया
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