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मछुआरों के प्रति सरकार उदासीन : सकलदेव

बेतियाः शहर के हरि वाटिका स्थित मत्स्य हैचरी परिसर में शुक्रवार को मत्स्यजीवी सहयोग समिति की बैठक हुई. बैठक में जिला के विभिन्न प्रखंडों से मत्स्यजीवी सहयोग समिति सदस्य भाग लिये. अध्यक्षता बिहार राज्य मत्स्यजीवी सहकारी संघ के अध्यक्ष सकलदेव सहनी ने की. इस दौरान उन्होंने कहा कि मछुआरों के प्रति सरकार का रवैया उपेक्षापूर्ण […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | February 1, 2014 4:55 AM

बेतियाः शहर के हरि वाटिका स्थित मत्स्य हैचरी परिसर में शुक्रवार को मत्स्यजीवी सहयोग समिति की बैठक हुई. बैठक में जिला के विभिन्न प्रखंडों से मत्स्यजीवी सहयोग समिति सदस्य भाग लिये. अध्यक्षता बिहार राज्य मत्स्यजीवी सहकारी संघ के अध्यक्ष सकलदेव सहनी ने की. इस दौरान उन्होंने कहा कि मछुआरों के प्रति सरकार का रवैया उपेक्षापूर्ण है.

सुखाड़ प्रभावित होने के कारण सरकार किसानों को राहत व मुआवजा दे रही है. जबकि मछुआरों के लिए कोई राहत नहीं मिल रही है. उन्होंने कहा कि मछुआरा छोड़ बिहार में सभी जातियों के पास कृषि योग्य भूमि है. मगर मछुआरों के पास अपनी तालाब तक नहीं है. सरकारी तालाब के सहारे ही जीवनयापन पर मजबूर हैं. उसमें भी 80 प्रतिशत सरकारी तालाब खत्म हो चुके हैं. वहीं तालाब का अतिक्रमण तो कहीं उसका अस्तित्व भी खत्म होते जा रहा है. सरकार अगर सरकारी तालाबों का जीर्णोद्धार कराना शुरू कर दे तो मछुआरों की सामाजिक, आर्थिक एवं शैक्षणिक उन्नति होगी.

अध्यक्ष श्री सहनी ने इसके लिए मछुआरों की संगठित होकर संघर्ष करने की अपील की. इस अवसर पर जिला कमेटी का गठन किया गया. इसमें वीरेंद्र चौधरी को अध्यक्ष, महानंद सहनी को उपाध्यक्ष, सुभाष सहनी को सचिव, सुशील चौधरी को कोषाध्यक्ष मनोनीत किया गया. जिला कार्यकारिणी में लाल बाबू चौधरी, रामजी सहनी, राजू सहनी, भोट साह, दशई सहनी, जोखू मुखिया बने. मौके पर नरेश सहनी, यशवंत कुमार सहित कई सदस्य उपस्थित थे.

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