वन क्षेत्र के निकट नहीं है सांप व कुत्ता के काटने का इलाज

वाल्मीकिनगर : थाना क्षेत्र के वाल्मीकि व्याघ्र आरक्ष वन प्रमंडल दो से सटा हुआ है. किंतु एक लंबे अरसे से इस क्षेत्र में वास करने वाले ग्रामीणों द्वारा अधिकारियों से सर्पदंश तथा कुत्ता काटने का इलाज मुहैया कराने की मांग होती रही है. बावजूद इसके अभी तक प्रशासन द्वारा इस क्षेत्र में सांप काटने तथा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 1, 2016 6:57 AM

वाल्मीकिनगर : थाना क्षेत्र के वाल्मीकि व्याघ्र आरक्ष वन प्रमंडल दो से सटा हुआ है. किंतु एक लंबे अरसे से इस क्षेत्र में वास करने वाले ग्रामीणों द्वारा अधिकारियों से सर्पदंश तथा कुत्ता काटने का इलाज मुहैया कराने की मांग होती रही है.

बावजूद इसके अभी तक प्रशासन द्वारा इस क्षेत्र में सांप काटने तथा कुत्ता काटने का ईलाज उपलब्ध नही कराया गया है. बता दे कि वन क्षेत्र से सटा होने के कारण आये दिन थाना क्षेत्र में सर्प दंश की घटनाएं घटित होती रहती है. पीड़ित परिवार के लोग चिकित्सा उपलब्ध न होने की स्थिति में देवदूत की तरह कार्य कर रहे पड़ोसी देश नेपाल के आर्मी कैंप की शरण लेने पर मजबूर होते है. लंबी दूरी के कारण कुछ की जान बच जाती है. तो कुछ काल के गाल में समा जाते है.
वाल्मीकिनगर पंचायत के मुखिया पन्नालाल साह ने वरीय अधिकारियों को आवेदन पत्र भेज कर क्षेत्र में वास करने वाले ग्रामीणों की जीवन रक्षा हेतु सर्प दंश तथा कुत्ता काटने का इलाज अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध कराने की मांग की है. हालांकि सशस्त्र सीमा बल की ग्रामीणों के साथ बैठक में एसएसबी द्वारा वर्षों से इलाज उपलब्ध कराने का आश्वासन दिया जाता रहा है.
ग्रामीणों लंबे वक्त से कर रहे दवाओं को उपलब्ध कराने की मांग
आए दिन होती हैं सांप व कुत्तों के काट लेने की घटनाएं

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