हलक में अटकी रहती है जान
नरकटियागंज/बेतियाः अनुमंडल प्रशासन के सामने शहर की सड़कों पर बेरोकटोक दौड़ रही है झाझा मेल. इसकी बनावट और लोकल मशीनरी के चलते इससे आये दिन सड़क दुर्घटना होती रहती है. लेकिन प्रशासन के नाक के नीचे झाझा मेल लगातार नरकटियागंज सहित जिले के कई मुख्य मार्गो पर मौत सौगात बांटता फिर रहा है. ऐसा नहीं […]
नरकटियागंज/बेतियाः अनुमंडल प्रशासन के सामने शहर की सड़कों पर बेरोकटोक दौड़ रही है झाझा मेल. इसकी बनावट और लोकल मशीनरी के चलते इससे आये दिन सड़क दुर्घटना होती रहती है. लेकिन प्रशासन के नाक के नीचे झाझा मेल लगातार नरकटियागंज सहित जिले के कई मुख्य मार्गो पर मौत सौगात बांटता फिर रहा है. ऐसा नहीं कि इससे केवल दुर्घटना ही होती है. बल्कि सरकार को साल के कई लाख रुपये का नुकसान भी होता है.
दरअसल, स्थानीय स्तर पर बनाये जाने वाले झाझा मेल पर कोई नंबर नहीं होता है. इसके चलते इसको चलाने वाले इसका रजिस्ट्रेशन भी नहीं कराते हैं. इस कारण सरकार की झोली में रोड टैक्स भी नहीं मिल पाता है. इसको चलाने वालों को न तो रोड टैक्स का भय है और न ही सरकार को इससे कोई फायदा है. बता दें कि इस जुगाड़ वाहन का नंबर प्लेट नहीं होता है. अगर इससे कोई बड़ी दुर्घटना हो गई तो पुलिस को इसको तलाश करने में काफी मशक्कत करनी पड़ती है. नरकटियागंज शहर में लगभग चार दर्जन झाझा मेल चलती हैं. जिला में इसकी संख्या सैकड़ों में है.
बोले अधिकारी
एसडीपीओ संजय कुमार ने बताया कि झाझा मेल का परिचालन पर पहले से ही रोक लगा दिया गया है. परंतु चोरी छिपे इसको चलाया जा रहा है. पुलिस को भी निर्देश दिया गया है कि इसको परिचालन करते पकड़ा गया तो किसी भी सूरत में इनको बख्शा नहीं जायेगा. डीटीओ विनय कुमार ठाकुर ने बताया कि झाझा मेल पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाया गया है. इसके खिलाफ छापेमारी भी की जाती है. अगर कहीं परिचालन किया जा रहा है तो जांच कर कार्रवाई की जायेगी.