बाजार में दिवाली को ले रौनक
दीपोत्सव. पश्चिम बंगाल से मंगाये गये कृत्रिम फूल, िमट्टी के बरतन की मनपसंद वैराइटी व रंग-बिरंगी रोशनी बिखेरनेवाले पटाखे उपलब्ध बेतिया : दीपावली को ले घर से लेकर दुकान तक विशेष साज-सज्जा होती है. यही वजह है कि शनिवार को बाजार में विशेष रौनक के साथ चहल-पहल देखी गई. यहां पश्चिम बंगाल से कृत्रिम फूल […]
दीपोत्सव. पश्चिम बंगाल से मंगाये गये कृत्रिम फूल, िमट्टी के बरतन की मनपसंद वैराइटी व रंग-बिरंगी रोशनी बिखेरनेवाले पटाखे उपलब्ध
बेतिया : दीपावली को ले घर से लेकर दुकान तक विशेष साज-सज्जा होती है. यही वजह है कि शनिवार को बाजार में विशेष रौनक के साथ चहल-पहल देखी गई. यहां पश्चिम बंगाल से कृत्रिम फूल मंगाए गए हैं. यह निश्चित तौर पर परम्परागत फूलों से सुंदर दिखाई दे रहा है. शहर की प्रमुख दुकानों पर सबसे ज्यादा कृत्रिम फूलों खरीदारी को लेकर लोगों की भीड उमड़ी रही. फूल की सुंदरता आम लोगों को आकर्षित कर रहा था.
मिट्टी के दीये भी बाजार में : अमूमन मिट्टी के बने बर्तन का उपयोग पवित्रता को ध्यान में रखकर दीपावली में होता है. यही वजह है कि बेटियां जो घरौंदा भरने के लिए कुलिया-चुकिया का उपयोग करती हैं, उनके लिए मिट्टी का बर्तन तैयार किया गया है. मिट्टी के बने बर्तन का सेट 100 रुपये में बिक रहा है. वहीं दीया की बात करें तो छोटी दीया 50 रुपये एवं बड़ा दीया 100 रुपये सैकड़ा की दर से बेचा जा रहा है. विक्रेता भीखम पंडि़त कहते हैं कि यह व्यवसाय पुस्तैनी है.
पुस्तैनी व्यवसाय को कोई सरकारी मदद नहीं मिलती है. उधार लेकर हम बर्तन बनाते हैं. दीपावली में इन बर्तन को बेचकर कुछ पैसा जमा कर लेते हैं. अभी खरीदार कम आ रहे हैं. आशा है, खरीदार मिलेंगे.
कृत्रिम फूलों और फलों की मांग बढ़ी : अगर आप सोच रहे हैं कि आपका घर दीपावली में सुंदर दिखे तो इसके लिए यहां के दुकानदारों ने पश्चिम बंगाल से कृत्रिम फूलों का आकर्षक मेल मंगाया है. यहां के जंगी मस्जिद, लालबाजार, मीना बाजार , चर्च रोड में स्थित दुकानों में बिक्री के लिए रखा गया है. बंगाल से मंगाए कृत्रिम फूल थोड़े महंगे जरूर हैं.कृत्रिम फूलों का सेट 300 रुपये से शुरु है, जो 3000 रुपये तक उपलब्ध है. पोस्टर, रंगोली भी मंगाई गई है. बदलते परिवेश में बहुत लोग रंगोली का पोस्टर अपने-अपने घर के दरवाजे पर लगाते हैं.
घर के आंगन में पानी में तैरने वाली मोमबत्ती : दीपावली में ऐसा देखा जाता है कि घर के प्रत्येक कोने में प्रकाश फैलाया जाता है. कोई मोमबत्ती से तो दीया से प्रकाश फैलाने की व्यवस्था करते हैं. लेकिन घर के डायनिंग रुम में खुशबू फैलाने के लिए सोच रहे हैं तो निश्चित तौर पर खुशबूदार मोमबत्ती लगाए हैं. पानी में तैरने वाली मोमबत्ती भी बाजार में उपलब्ध है. जो साधारण मोमबत्ती से महंगी है. खुशबूदार मोमबत्ती 20 से लेकर 300 रुपये प्रति पीस की दर बिक रही है.
बाजार में उमड़ी भीड़ .
बेतिया के बाजार में उमड़ी भीड़ .
विरोध के बावजूद खूब बिके चाइनीज झालर
सोशल मीडिया पर व्याप्त विरोध के बावजूद शहर के विभिन्न दुकानों में चाइनीज झालर की बिक्री खूब हुई. इलेक्ट्रिक दुकानदार पवन कुमार बताते हैं कि हालांकि यह बिक्री पिछले साल की अपेक्षा थोड़ी कम है ़ फिर भी कम दाम होने व बिजली खपत की कमी होने के कारण यह लोगों की पसंदीदा झालर है.
पटाखों की दुकानों पर बच्चों की भीड़
वैसे तो दीपावली को लेकर शहर के विभिन्न चौक चौराहों पर पटाखो की दुकानें सजी हुईं है़ लेकिन मीना बाजार के पुरानी दुकानों पर बच्चों की भीड़ पटाखों की खरीदारी के लिए उमड़ी हुई है. पटाखों में भी सुल्तान पटाखा बच्चों द्वारा ज्यादा पसंद किया जा रहा है.