पूर्व से सुधरी व्यवस्था, पर शाबाशी लायक कुछ नहीं

दौरा . स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने एमजेके हॉस्पिटल सह गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज का किया निरीक्षण वीवीआइपी दौरे को लेकर चकाचक हो चुके एमजेके हॉस्पिटल का निरीक्षण करने पहुंचे प्रधान सचिव ने जायजा के दौरान ही सारी कमियों को भांप लिया़ सुधार के निर्देश दिये़ शिकायतें भी सुनी और उसे पूरा करने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 11, 2016 2:20 AM

दौरा . स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने एमजेके हॉस्पिटल सह गवर्मेंट मेडिकल कॉलेज का किया निरीक्षण

वीवीआइपी दौरे को लेकर चकाचक हो चुके एमजेके हॉस्पिटल का निरीक्षण करने पहुंचे प्रधान सचिव ने जायजा के दौरान ही सारी कमियों को भांप लिया़ सुधार के निर्देश दिये़ शिकायतें भी सुनी और उसे पूरा करने का आश्वासन भी दिया.

बेतिया : स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आरके महाजन ने गुरुवार को गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज सह एमेजके सदर हॉस्पिटल का औचक निरीक्षण किया़ करीब दो घंटे तक हॉस्पिटल में रहे प्रधान सचिव ने सभी वार्डों, विभागों व कक्षों तक गये. मौजूद संसाधनों, दवाइयों, उपकरणों आदि को बारीकी से देखा. भरती मरीजों से भी पूछताछ की़ कहा कि पहले से कुछ व्यवस्थाएं सुधरी है, लेकिन पीछ थपथपाने लायक जैसा नहीं है़ अभी भी बहुत सी कमियां है, जिसे दूर करने का प्रधान सचिव ने निर्देश दिया है़ सुबह के 9.30 बजे हॉस्पिटल का निरीक्षण करने पहुंचे श्री महाजन ने सबसे पहले मेडिकल कॉलेज के छात्रों से मुलाकात की़ सामने प्रधान सचिव को पाकर छात्रों की शिकायतों की भरमार लगा दी़ कहा कि सर, कोई भी सुविधा यहां नहीं है़

लाइब्रेरी में बुक्स नहीं है. हॉस्टल की सुविधा भी बदतर है. क्लासरूम, कॉमन रूम, लेक्चर रूम, सेमीनॉर हॉल कुछ भी नहीं है़ यहां तक कि बिजली भी रात में गुल हो जाती है़ शौचालय की व्यवस्था भी ठीक नहीं है़ इसपर प्रधान सचिव ने कहा कि जो भी कमियां है, उसकी सूची बनाकर मुझे उपलब्ध कराईये़ इसे दूर कराया जायेगा़ इसके बाद वें सीधे ओपीडी पहुंचे और सभी विभागों में जाकर डॉक्टरों व मरीजों से इलाज के बावत जानकारी ली़ इस दौरान डॉक्टरों ने उनसे कहा कि मरीजों के इलाज करने के बाद हाथ साफ के लिए ओपीडी कक्ष में पानी की व्यवस्था नहीं है साथ ही बिजली की भी परेशानी होती रहती है़

श्री महाजन ने प्राचार्य डाॅ राजीव रंजन प्रसाद व अस्पताल अधीक्षक डाॅ एच एन झा को निर्देश दिया की एक सप्ताह के अंदर ओपीडी में पानी और बिजली की व्यवस्था कर दिया जाये़ उन्होंने कहा कि अस्पताल में मेडिसीन व उपकरण की कमी है़ एक माह के अदंर खरीदारी कराने का निर्देश प्रार्चाय व अस्पताल अधीक्षक को दी गई है़ निरीक्षण के समय एक मरीज ने हॉस्पिटल में जांच नहीं होने की शिकायत प्रधान सचिव से की़ मौके पर सिविल सर्जन डाॅ अनिल कुमार सिन्हा, उपाधीक्षक डाॅ शिवशंकर भगत, डीपीएम सलीम जावेद समेत सभी मेडिकल कॉलेज के डाॅक्टर मौजूद रहे़

निरीक्षण के दौरान प्रधान सचिव, प्राचार्य व अन्य .

ओपीडी में बंद पड़ा विभाग.

निरीक्षण के दौरान बंद रहा ओपीडी में विभाग

प्रधान सचिव के निरीक्षण के दौरान ओपीडी के कई विभाग बंद रहा तो कई में डाक्टर समय से मौजूद नहीं थे़ जो विभाग बंद था और जिसमें डाक्टर नहीं थे़ उसे कॉलेज प्रशासन और अस्पताल प्रशासन नहीं दिखाई़ जिस पर प्रधान सचिव का नजर गया तो अधिकारियों ने किसी ना किसी बात कहकर टाल दी़ निरीक्षण के दौरान दंत विभाग में डाक्टर नहीं थे़ डार्क रुम और टीसी मेडिसीन विभाग बंद पाया गया था़

आइसीयू में मरीज नहीं आते क्या?

दौरे के दौरान प्रधान सचिव आईसीयू कक्ष में भी पहुंचे. जहां महज एक ही मरीज भरती था और सारे बेड खाली पड़े थे. इसे देख प्रधान सचिव ने कहा कि क्या है ये, यहां मरीज नहीं आते हैं क्या? जवाब देते हुए अस्पताल अधीक्षक ने कहा कि सर, मरीज आते हैं. इस दौरान आईसीयू में कायर्रत कर्मचारियों ईसीजी मशीन के कार्य नहीं करने की शिकायत की.

ढाई साल में बन जायेगा मेडिकल कॉलेज का भवन

मेडिकल कॉलेज को भवन की परेशानी नहीं होगी़ ढाई साल में कॉलेज का भवन 525 करोड़ से बन कर तैयार हो जायेगी़ उक्त बात स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव आर के महाजन ने निरीक्षण के दौरान गुरुवार को कही़ उन्होंने कहा कि भवन निर्माण कराने की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है़ जल्द ही भवन बनने का कार्य शुरु हो जायेगी़ भ वन निर्माण कराने की कार्य एलएनडी कंपनी को दी गई है़

मेडिकल कॉलेज भवन के लिए 525 करोड़ स्वीकृत

ढ़ाई साल में बन जायेगा भवन टेंडर आवंटित

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