कम नहीं हो रही लोगों की परेशानी, बैंकों में भीड़

नोटबंदी . राजनीतिक दलों ने खोला मोरचा, हंगामा जिले में नोटबंदी को लेकर परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही. वैसे तो सभी जगह राशि उपलब्ध है और लगातार आदेश-निर्देश से स्थिति में कुछ परिवर्तन जरूर आया है. लेकिन, कई जगहों पर काम बाधित होने और पुराने नोट नहीं लेने को लेकर हंगामे की […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | November 25, 2016 5:24 AM

नोटबंदी . राजनीतिक दलों ने खोला मोरचा, हंगामा

जिले में नोटबंदी को लेकर परेशानी कम होने का नाम नहीं ले रही. वैसे तो सभी जगह राशि उपलब्ध है और लगातार आदेश-निर्देश से स्थिति में कुछ परिवर्तन जरूर आया है. लेकिन, कई जगहों पर काम बाधित होने और पुराने नोट नहीं लेने को लेकर हंगामे की स्थितियां बन रही हैं. समस्याओं को लेकर राजनीतिक दलों की ओर से आंदोलन भी जारी है.
उपडाकपाल समेत दोनों कर्मियों के छुट्टी पर जाने से काम बाधित
बेतिया : नगर का लालबाजार स्थित उपडाकघर में पदस्थापित उपडाकपाल समेत दो कर्मियों के अवकाश पर चले जाने के कारण चार दिनों से कार्य बाधित है. इस संबंध में उपडाकपाल प्रकाश कुमार ने बताया कि इस डाकघर में दो कर्मी पदस्थापित हैं.
उपडाकपाल के पद पर प्रकाश कुमार और डाक सहायक के पद पर दिलीप कुमार. ये दोनों 21 से 24 नवंबर तक अवकाश पर थे. इस परिस्थिति में मात्र डाकपाल के स्थान पर प्रधान डाकघर में पदस्थापित डाक सहायक धर्मेन्द्र कुमार को कार्य निष्पादन के लिए भेजा गया तथा डाक सहायक का पद रिक्त रहा. इसलिए यूजर आईडी के अभाव में कार्यों का निष्पादन नहीं हो सका. 25 नवंबर से यहां कार्य आरंभ हो जायेगा.
इस बीच राष्ट्रीय बचत अभिकर्ता संघ के सचिव सुनील कुमार गुप्ता ने पोस्टमास्टर जनरल, उतरी क्षेत्र, बिहार को पत्र लिखकर सूचित किया गया है कि उपडाकघर लालबाजार बेतिया में 21 नवंबर से अभिकर्ताओं का कार्य बंद है. डाक अधीक्षक मनोज कुमार शर्मा को भी सूचित करने के बाद भी कोई समाधान नहीं निकला है. इसकी प्रतिलिपि श्री गुप्ता ने मुख्यडाक महाध्यक्ष, बिहार सर्कल, पटना और पीएम नरेन्द्र मोदी भारत सरकार को भी भेजा गया है.
श्रीनगर. बैरिया प्रखंड मुख्यालय स्थित किसान भवन में किसानों ने पुराने 500 और 1000 के नोट नहीं लेने के विरोध में गुरुवार को हंगामा किया. उनका आरोप था कि सरकार के आदेश के बाद भी यहां नोट नहीं लिया जा रहा है. किसानों ने इस मामले की जांच और कार्रवाई की मांग सरकार और प्रशासन से की.
किसान बुन्नीलाल पासवान, केदार यादव, बेला साह, भाकपा माले के किसान सेल के जिला सचिव सुनील राव व नेता सुरेन्द्र चौधरी ने आखिर किस कारण गुप्ता बीज भंडार किसानों से पुराने 500 और 1000 के नोट नहीं ले रहा है.
किसानों से केवल 100 और 50 के नोट ही स्वीकार किये जा रहे हैं. किसानों ने सवाल खड़ा किया कि वे सौ और पचास के नोट रखकर बैंकों में अपना कालाधन खपा रहे हैं. ताकि बिक्री के नाम पर घर रखा पुराना नोट खप जाय और कालाधन सफेद हो जाय. उनका यह भी आरोप था कि सौ, पचास, बीस और दस के नोट दुकानदार द्वारा घर पर रखा जा रहा है.

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